गुड़िया केस: CBI ने करवाए सरकार के हाथ खड़े, 1 साल से पीटरहॉफ में डाल रखा है डेरा

Friday, Oct 12, 2018 - 12:07 PM (IST)

शिमला (राक्टा): बहुचर्चित गुड़िया केस तथा कोटखाई लॉकअप मामले को लेकर अदालत में चालान पेश करने के बाद भी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सी.बी.आई.) ने राज्यतिथि गृह पीटरहॉफ को नहीं छोड़ा है। पिछले करीब 13 माह से सी.बी.आई. की टीम के लिए यहां 6 कमरे बुक चल रहे हैं। ऐसे में राज्यतिथि गृह का बिल भी साढ़े 12 लाख रुपए से ऊपर पहुंच चुका है जिसका भुगतान अभी तक नहीं किए जाने की सूचना है। बताया गया है कि सामान्य प्रशासन विभाग (जी.ए.डी.) ने कई दफा सी.बी.आई. अधिकारियों को कमरे खाली करने के संबंध में भी पूछा है लेकिन एक ही जवाब मिलता है कि अभी जांच जारी है। ऐसे में जी.ए.डी. के हाथ भी खड़े हो गए हैं। 


उल्लेखनीय है कि जी.ए.डी. पर नेताओं व अधिकारियों के अलावा तमाम तरह के वर्गों का अपने मेहमानों को यहां ठहराने का दबाव रहता है लेकिन 6 कमरे सी.बी.आई. के पास होने से विभाग चाहकर भी कुछ नहीं कर पाता। सूचना के अनुसार पीटरहॉफ में सी.बी.आई. के पास 4 कमरे बेसमैंट में हैं जबकि 2 कमरे ऊपरी मंजिल में हैं। रियायत के बाद बेसमैंट का एक कमरा करीब 300 रुपए में पड़ता है तो ऊपरी मंजिल का कमरा 600 रुपए में पड़ता है। सूचना के अनुसार पीटरहॉफ में कुल 35 कमरे हैं। इनमें से 10 सर्किट हाऊस के अंतर्गत आते हैं जबकि 17 वाणिज्यिक कमरे हैं जिनमें कोई रियायत नहीं मिलती। सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव आर.एन. बत्ता ने संपर्क करने पर कहा कि जानकारी लेने के बाद ही इस बारे में कुछ कह पाएंगे।  

गुड़िया केस में एक गिरफ्तारी, लॉकअप केस में 9 अरैस्ट
गुड़िया केस की जांच के तहत सी.बी.आई. ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है जबकि इस मामले से जुड़े कोटखाई लॉकअप केस में 9 पुलिस वालों को अरैस्ट किया गया है। दोनों मामलों में चालान पेश किए जा चुके हैं। 

कुछ कमरे चल रहे खाली, शिमला में एक टीम
सी.बी.आई. की एक टीम शिमला में ही सक्रिय है। इसके साथ ही कुछ अधिकारियों का केस के सिलसिले में यहां आना-जाना लगा रहता है। बताया गया है कि 6 कमरों में से कुछ कमरे खाली चल रहे हैं लेकिन सभी कमरों की चाबियां सी.बी.आई अधिकारियों के पास ही हैं।

बीते वर्ष जुलाई माह से डाले हुए डेरा
गुड़िया रेप और हत्या केस की जांच का जिम्मा मिलते ही सी.बी.आई. ने सबसे पहले केंद्र सरकार के अतिथि गृह ग्रैंड होटल में अपना बेस कैंप लगाया। उसके बाद इस कैंप को पीटरहॉफ शिमला के लिए शिफ्ट कर दिया, तब से लेकर सी.बी.आई. टीम यहां डटी हुई है। बीते वर्ष जुलाई माह से जांच एजैंसी यहां डेरा डाले हुए है।
 

Ekta