गुड़िया केस: गिरफ्तार पुलिस अफसरों की बढ़ी न्यायिक हिरासत

Wednesday, Sep 20, 2017 - 02:44 PM (IST)

शिमला: गुड़िया मर्डर केस के आरोपी सूरज की हवालात में हत्या मामले में एसआईटी के आठ पुलिस अफसरों की न्यायिक हिरासत और बढ़ गई है। दरअसल बुधवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से इनकी पेशी हुई, जिसके बाद कोर्ट ने सभी आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उल्लेखनीय है कि आरोपी सूरज की हवालात में हत्या मामले में आईजी जहूर एच जैदी समेत 8 पुलिसवालों की न्यायिक हिरासत बुधवार को पूरी हो गई। 


21 सितंबर को सीबीआई पेश करेगी स्टेट्स रिपोर्ट
इससे पहले कोर्ट ने पूर्व आईजी जहूर एच जैदी, कोटखाई के पूर्व डीएसपी मनोज जोशी, पूर्व एसएचओ राजेंद्र सिंह समेत आठ पुलिसवालों को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत पर भेजा था। इनकी न्यायिक हिरासत का समय 20 सितंबर को ही पूरा होना था। वहीं सीबीआई इस केस में की गई छानबीन की स्टेट्स रिपोर्ट 21 सितंबर को हिमाचल हाईकोर्ट में पेश करेगी। सीबीआई ने ब्रेन मैपिंग और अन्य तरह की जांच के लिए कोर्ट से दो सप्ताह का समय मांगा था। कोर्ट ने भी उनको इतना समय दे दिया था। अब यह समय 21 सितंबर को पूरा हो रहा है।


क्या है मामला 
सूरज की हत्या के मामले में 19 जुलाई, 2017 को कोटखाई थाने में आईपीसी की धारा 302 के तहत एफआईआर (नंबर 101/2017) दर्ज की गई थी। इस मामले में आईजी जहूर जैदी, डीएसपी मनोज जोशी, कोटखाई थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह, एएसआई दीपचंद, तीन हैड कांस्टेबल सूरत सिंह, मोहन लाल, रसिक मोहम्मद और कांस्टेबल रंजीत को गिरफ्तार किया था। सीबीआई का आरोप है कि सूरज हत्याकांड को पुलिस कर्मियों ने ही अंजाम दिया और इस मामले की जांच को बनाई गई एसआईटी के प्रमुख आईजी जैदी ने न केवल असलियत को छिपाने में अहम भूमिका निभाइ बल्कि हत्या का इलजाम एक-दूसरे पर थोप दिया।