विदेशी निवेश पर बाली ने जयराम सरकार पर दागे कई सवाल, जानिए क्या बोले

Sunday, Jul 14, 2019 - 09:45 AM (IST)

कांगड़ा (कालड़ा): पूर्व कैबिनेट मंत्री जी.एस. बाली ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और उनके सहयोगी प्रदेश में निवेश लाने के लिए देश-विदेश में एम.ओ.यू. साइन कर रहे हैं, जिनका वह और कांग्रेस पार्टी स्वागत करते हैं। प्रदेश में ज्यादा निवेश आने से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री द्वारा बड़े निवेशकों को न्यौता देना अच्छी बात है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चांशल, लाहौल-स्पीति, रोहतांग, मनाली सहित अन्य जगहों पर एक व्यक्ति विशेष को निवेश का जिम्मा देना गलत है।

कांगड़ा में शनिवार को पत्रकार वार्ता में पूर्व मंत्री ने कहा कि बिना एक्सप्रैशन ऑफ टैंडर्स के किसी व्यक्ति विशेष को यह काम दे देना तथा उसके साथ 1 हजार फ्लैट बनाने की इजाजत देने की बात गले से नीचे नहीं उतर रही है। बाली ने कहा कि जब कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में हिमालयन स्की विलेज प्रोजैक्ट शुरू किया था, उस समय विपक्षी दल भाजपा ने इसे रुकवाने का प्रयास किया गया था, लेकिन आज एक व्यक्ति को प्रदेश के सभी प्रोजैक्टों की संभावनाएं सरैंडर करके आगे नैगोशिएशन करने की खुली छूट दी है। पूर्व मंत्री ने अंदेशा जताया कि कहीं ऐसा न हो कि ये व्यक्ति पहले प्रोजैक्ट ले लें और फिर प्रोजैक्ट आगे बेच दें।

बाली ने कहा कि जयराम सरकार सुनिश्चित करे कि इस कंपनी की नैट वैल्यू क्या है व क्या सरकार ने कोई एक्सप्रैशन ऑफ इंटरैस्ट किया व उसमें कौन-कौन से लोग शामिल हुए? क्या सरकार ने इसका ग्लोबल टैंडर किया और अगर ग्लोबल टैंडर नहीं किया तो क्या दुनिया की टॉप कंपनियां इस निवेश से बाहर तो नहीं रह गई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार यह भी सुनिश्चित करे कि एम.ओ.यू. में साइन हुए रेट बाद में बदले न जाएं। उन्होंने कहा कि बिजली प्रोजैक्टों के लिए प्रदेश में निवेशक आने चाहिएं। इससे बिजली भी सस्ती होगी और युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। पूर्व मंत्री ने कहा कि वह मुख्यमंत्री को चि_ी लिखकर प्रदेश में निवेश को लेकर साइन किए गए तमाम एम.ओ.यू. की कॉपी मांगेंगे। 

हार के लिए संगठन के लोग भी जिम्मेदार

पूर्व मंत्री बाली ने कहा कि राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में हार की जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर अपनी जिम्मेदारी निभाई, लेकिन संगठन के लोगों को भी हार की जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत इस्तीफे देने चाहिए थे। इसे लेकर राहुल गांधी ने अच्छा स्टैंड लिया है। उन्होंने कहा कि चुनाव में पार्टी अध्यक्ष ने नहीं बल्कि पार्टी के पाॢलयामैंट्री बोर्ड और कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने टिकटें बांटी थीं, इसलिए कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों को तुरंत इस्तीफा देने चाहिए थे।

Ekta