सरकारी स्कूल में बिना गुरु ''गूढ़ ज्ञान'', 100 बच्चों का भविष्य दांव पर (Video)

Friday, Nov 02, 2018 - 01:15 PM (IST)

शिमला (योगराज): प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा तंत्र के लापरवाह रवैये से बच्चों का भविष्य अंधकार में धकेला जा रहा है। शिमला के चौपाल में सीनियर सेकेंडरी स्कूल सरी में पिछले चार साल से सिर्फ चार शिक्षकों के जिम्मे पूरे स्कूल की बागडोर है। ताज्जुब की बात ये है कि यहां प्रिंसिपल समेत 10 शिक्षकों की पोस्ट खाली पड़ी है, जिससे करीब 100 बच्चों की पढ़ाई-लिखाई पर असर पड़ रहा है। वहीं इसी स्कूल में 6 चपरासी सेवाएं दे रहे हैं, जो शिक्षा विभाग में जुगाड़ तंत्र की कलई खोल रहे हैं। इस बाबत शिक्षा विभाग से लेकर स्थानीय विधायक और शासन-प्रशासन तक शिकायतें की गई हैं, लेकिन कहीं से भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। 


स्टाफ के सरकारी स्कूल में बच्चों को भेजकर अभिभावक पछता रहे हैं, क्योंकि वे उन्हें प्राइवेट स्कूल में भेजकर मोटी फीस अदा नहीं कर सकते। अपनी मजबूरियों और बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए वो शासन-प्रशासन से फरियाद लगा रहे हैं। शिक्षा तंत्र में मची अंधेरगर्दी से बेहाल इन अभिभावकों के सामने अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के हसीन सपने दम तोड़ने लगे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाओं के अभाव में गुजर-बसर करके अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाकर अफसर बनाने की इनकी ख्वाहिशें अधूरी न रह जाए। इसके लिए वो अधिकारियों की चौखट पर जाकर माथा रगड़ रहे हैं, ताकि कहीं से तो उम्मीद की किरणें दिखाई दें। 

Ekta