जागो सरकार! बच्चों की वर्दी में टांके और Safety pin लगाने की नौबत आई, स्कूल में हो रहे शर्मसार

Sunday, Sep 01, 2019 - 11:41 AM (IST)

कांगडा: हिमाचल में शिक्षा क्षेत्र में करोड़ों रुपए खर्च करने के दावे प्रदेश में पूरी तरह से हवा हो गए हैं। बता दें कि 2017 में बच्चों को मिली सरकार से जो वर्दी मिली थी अब वह पहनने योग नहीं रही। मामला कांगड़ा जिले के कई स्कूली के बच्चों का है। जहां सरकारी स्कूल में बच्चे हर रोज फटी वर्दी में शर्मसार हो रहे है। अभिभावक का कहना है कि जो उनके बच्चों को 2017 में बर्दी मिली थी अब वह बच्चों के पहनने लायक नहीं रही। क्योंकि दो साल के बाद बच्चों के कद-काठी में बदलाव भी आता है। जिस कारण बच्चे ठीक से अपना तन नहीं ढक पा रहे।

उन्होंने कहा कि बच्चों की वर्दी इस कदर फट चुकी है कि उस पर टांके और सेफ्टी पिन लगाना पड़ता है। जिससे बच्चे स्कूल जा सके। लेकिन फिर भी बच्चों का तन पूरी तरह से नहीं ढक होता। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों के बच्चों को सरकार आए दिन वर्दी देने के वायदे तो कर रही है लेकिन अब यह वायदे हवा हवाई होते दिखाई दे रहे है। उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा सरकार बनते ही सबसे पहले महात्मा गांधी वर्दी योजना का नाम बदलकर अटल वर्दी योजना करने की घोषणा की। साथ ही साल में दो बार वर्दी के साथ पहली, तीसरी, छठी और नौंवी कक्षा के विद्यार्थियों को निशुल्क बैग देने की भी घोषणा की, लेकिन बच्चों को अब तक न वर्दी मिली और न ही बैग।

उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले करीब 9 लाख विद्यार्थियों को वर्दी देने की योजना टेंडर तक सिमट गई है। राज्य सरकार ने वर्दी के लिए ई-टेंडर आमंत्रित किए थे। इसमें सरकार एक साथ तीन साल की वर्दी खरीदने जा रही थी। बताया जा रहा है कि वर्दी देने के लिए डेट निदेशक कार्यालय से मिलती है, अभी तक कांगड़ा को वर्दी की डेट नहीं मिली है। जैसे ही वर्दी आ जाएगी, बच्चों को बांट दी जाएंगी।

kirti