शीतकालीन सत्र से डर गई सरकार, लोग कहां जाएं : राणा

Thursday, Dec 03, 2020 - 02:58 PM (IST)

हमीरपुर : प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने आरोप लगाया है कि प्रदेश सरकार शीतकालीन सत्र से डरी व सहमी है। न तो उनके पास मुद्दा बचा है और न ही जनहित की कोई स्कीम है। हर क्षेत्र में सरकार फेल हो गई है और फेल ही रहेगी। उन्होंने कहा कि शादियों पर भी सरकार ने 50 लोगों के आने की शर्त के साथ पाबंदी लगा दी है, लेकिन अपनी रैलियों के लिए विशेष मुहुर्त निकाले जा रहे हैं कि 5000 से ज्यादा लोग आ सकते हैं। खुद कानून बनाकर उनकी धज्जियां उड़ाई जा रही है। उन्होंने कहा कि हर बात में यू-टर्न लेने वाली प्रदेश सरकार लोकतंत्र को दफनाने का काम कर रही है, जिसके अपने लिए कायदे-कानून बदल जाते हैं, लेकिन जनता के लिए सरकार के नियम अलग हैं।  उन्होंने कहा कि नियमों के अनुसार ही सत्र होना था, लेकिन सरकार ने अपनी फजीहत होते देखकर शीतकालीन सत्र से ही कन्नी काट ली। बाजार खुले हैं और उनमें कोई सामाजिक दूरी नहीं है तो आखिरकार शीतकालीन सत्र से क्या चिढ़ है। लगता है कि सरकार को खुद पर भरोसा ही नहीं रहा है। 

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की न तो कोई नीति स्पष्ट है और न ही नीयत ठीक है। केवल अफसरशाही के कहने पर सरकार चल रही है। उन्होंने कहा कि हर मुद्दे पर बैकफुट पर बैठी सरकार दिशाहीन हो चुकी है। ऐसी सरकार न तो कभी थी और न ही कभी होगी, जिसे पता ही नहीं है कि करना क्या है। उन्होंने आरोप लगाया कि  शीतकालीन सत्र में बुरी तरह पिटने की सोच के साथ ही सरकार ने फैसला बदला है। धर्मशाला में ही सरकार ने इन्वेस्टर मीट करवाई थी, लेकिन उससे भी सरकार ने अपनी छवि ही बिगाड़ी। न तो युवाओं को रोजगार मिला और न ही लोगों को कोई फायदा हुआ। उन्होंने कहा कि इस सरकार को ’फेलियर’ कहा जाए तो भी कोई बड़ी बात नहीं है। सरकार का किसी भी मुद्दे पर खुद का कोई स्टैंड नहीं है। पूरे देश में हिमाचल सरकार ने अपनी खिल्ली उड़ाने के सिवाये कोई काम नहीं किया है।
 

prashant sharma