राष्ट्रपति के हिमाचल दौरे को लेकर तैयारियों में जुटी सरकार, सुरक्षा एजैंसियां अलर्ट

Tuesday, May 15, 2018 - 09:33 PM (IST)

शिमला (राक्टा): राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हिमाचल दौरे को देखते हुए राज्य सरकार तैयारियों में जुटी हुई है। राष्ट्रपति के दौरे के दृष्टिगत मुख्य सचिव विनीत चौधरी ने विभागीय अधिकारियों के साथ मंगलवार को बैठक की। बैठक में सभी तैयारियों पर चर्चा करने के साथ ही व्यापक दिशा-निर्देश भी दिए गए। राष्ट्रपति 20 मई से 5 दिवसीय हिमाचल दौरे पर आ रहे हैं, ऐसे में सुरक्षा एजैंसियां भी अलर्ट हो गई हैं। इसके साथ ही प्रदेश पुलिस विभाग व सी.आई.डी. ने भी सुरक्षा प्रबंधों की तैयारियां को अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया है।


1500 से अधिक जवानों की होगी तैनाती
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में जी.ए.डी., एस.ए.डी., स्वास्थ्य, नगर निगम, आई.पी.एच., बिजली बोर्ड, पुलिस, पी.डब्ल्यू.डी. व पर्यटन सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। राष्ट्रपति दौरे को लेकर सुरक्षा के दृष्टिगत विभिन्न स्थानों पर 1500 से अधिक जवानों की तैनाती की जाएगी। जुब्बड़हट्टी, अनाडेल और कल्याणी हैलीपैड से लेकर कुफरी-छराबड़ा सड़क मार्ग पर कड़ा पहरा होगा। सुरक्षा के दृष्टिगत बटालियनों से जवानों की तैनाती की जाएगी। राजभवन में भी राष्ट्रपति के दौरे को लेकर तैयारियों का दौर चला हुआ है।


अब फूलों से होगा स्वागत
राष्ट्रपति बनने के बाद महामहिम रामनाथ कोविंद पहली बार हिमाचल आ रहे हैं। इससे पूर्व जब वह हिमाचल आए थे तो उनके ठहरने की व्यवस्था गवर्नर हाऊस में की गई थी। उस समय जब वह राष्ट्रपति आवास द रिट्रीट को देखने पहुंचे थे तो वहां तैनात सुरक्षा कर्मियों ने राष्ट्रपति आवास का गेट तक नहीं खोला था। राष्ट्रपति सचिवालय की अनुमति के आधार पर ही रिट्रीट भवन में प्रवेश का प्रावधान है। लिहाजा यह अनुमति न होने के कारण उन्हें राष्ट्रपति आवास के गेट से निराश होकर वापस लौटना पड़ा था। चूंकि अब वह बतौर राष्ट्रपति शिमला आ रहे हैं। इसके चलते उनके स्वागत के लिए अब उसी रिट्रीट भवन को फूलों से सजाया जा रहा है।


शिमला में रहेंगे सभी मंत्री
राष्ट्रपति के प्रस्तावित दौरे के दौरान जयराम सरकार के तमाम मंत्री शिमला में ही रहेंगे। मंत्रियों को राष्ट्रपति के प्रवास के दौरान शिमला में ही रुकने को कहा गया है। इसके साथ ही एक मंत्री को प्रोटोकोल का जिम्मा सौंपा जाएगा, साथ ही बाकी के मंत्री भी राष्ट्रपति से मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि यह समय की उपलब्धता पर ही संभव रहेगा।

Vijay