कोरोना के प्रभाव के कारण बेरोजगार हिमाचलियों का ब्यौरा भी रखे सरकार : अभिषेक राणा

Monday, May 04, 2020 - 04:26 PM (IST)

हमीरपुर : प्रदेश कांग्रेस सोशल मीडिया के चेयरमैन अभिषेक राणा ने कहा है कि लॉकडाउन का तीसरा दौर शुरू होने के बावजूद प्रदेश सरकार पूरी तरह राज्य के बाहर फंसे लोगों को घर लाने में नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि अभी तक पंजाब, हरियाणा व एनसीआर में 25 से 30 फीसदी ऐेसे बेबस और लाचार लोग फंसे हुए हैं जो ऑनलाइन आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। जबकि सरकार द्वारा इस काम के लिए तैनात नोडल ऑफिसरों के फोन बंद आ रहे हैं। अंतिम लाईन में फंसे इन लाचार व बेबस लोगों के पास किसी प्रकार का कोई वाहन नहीं है। ऐसे में यह लोग अपने घर पहुंचें तो पहुंचें कैसे? 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस सोशल मीडिया सेल पर मुंबई, कोलकता, चौन्नई, बैंगलुर, हैदराबाद दक्षिणी व पश्चिमी राज्यों में फंसे हिमाचलियों की पुकार लगातार आ रही है लेकिन उनकी समस्या पर तो सरकार अभी विचार भी नहीं कर पाई है। कोविड-19 की आपदा के चलते रेस्टोरेंट, ढाबों, होटलों व छोटे उद्योगों में तालाबंदी के कारण अधिकांश हिमाचली युवकों का रोजगार छिन चुका है। ऐसे में सरकार को चाहिए कि कोरोना के प्रभाव के कारण बढ़ी बेरोजगारी का ब्यौरा भी रखे। जो लोग मुसीबत के बाद अब घर पहुंचे हैं सरकार उनसे जाने कि उनमें से ऐसे कितने हैं जिनका रोजगार खत्म हो गया है और आने वाले वक्त में कोरोना से प्रभावित बेरोजगारों के लिए सरकार के पास योजनाओं का क्या खाका है? अगर ऐसा नहीं होता है तो पहले से बेरोजगारी के बोझ तले दबा प्रदेश कोरोना के प्रभाव से बेरोजगार हुई फौज की जरूरतों को पूरा नहीं कर पाएगा और ऐसे में सामाजिक असुरक्षा व आम जन में मानसिक तनाव बढने का खतरा है। कोरोना के प्रभाव के कारण बेरोजगार हुए लाखों हिमाचली युवकों को इस संकट से बचाने के लिए सरकार को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी अन्यथा प्रदेश के युवा तनाव के कारण स्थिति विस्फोटक हो सकती है।
 

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prashant sharma