सरकार ने पुलिस और जेल विभाग के मुखिया से किया जवाब तलब

Sunday, Apr 22, 2018 - 09:06 AM (IST)

शिमला (राक्टा): राज्य सरकार ने प्रदेश पुलिस महानिदेशक एस.आर. मरड़ी और जेल विभाग के मुखिया सोमेश गोयल से जवाब तलब किया है। सरकार ने नियमों के उल्लंघन पर पुलिस और जेल विभाग के मुखिया से कुछ दिन पूर्व कमैंट मांगे थे। इसी कड़ी में दोनों अधिकारियों ने स्थिति स्पष्ट करते हुए अपने-अपने कमैंट गृह विभाग को भेज दिए हैं। उल्लेखनीय है कि डी.जी.पी. ने कुछ अन्य अधिकारियों के साथ बीते 10 फरवरी को पुलिस लाइन कैथू का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने गुड़िया प्रकरण से जुड़े पुलिस लॉकअप हत्याकांड केस में सी.बी.आई. द्वारा आरोपी बनाए गए जिला शिमला के पूर्व एस.पी. डी.डब्ल्यू. नेगी से जेल अधीक्षक के कमरे में मुलाकात की थी। ऐसे में डी.जी. जेल सोमेश गोयल ने मामला सामने आने पर इस मुलाकात को लेकर जेल अधीक्षक को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। इसके बाद उन्होंने इस बारे राज्य सरकार और गृह विभाग को भी एक शिकायत भेजी। 


सूत्रों के अनुसार उन्होंने इस बारे में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सी.बी.आई.) को भी एक पत्र भेजा। इसी कड़ी में राज्य गृह विभाग ने बीते कुछ दिनों पूर्व दोनों अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा था। सूत्रों के अनुसार डी.जी.पी. ने अकेले ही कैथू जेल में बंद पूर्व एस.पी. नेगी से मुलाकात नहीं की बल्कि उनके साथ 3 अन्य अधिकारी भी थे। इनमें एक डी.आई.जी., एक एस.पी. व एक डी.एस.पी. रैंक के अधिकारी शामिल बताए गए हैं। सूचना के अनुसार प्रदेश पुलिस प्रमुख पुलिस लाइन कैथू में निरीक्षण के लिए अफसरों के साथ पहुंचे थे। इस दौरान डी.जी.पी. ने अपने ही विभाग के पूर्व एस.पी. नेगी, जो मौजूदा समय में कैथू जेल में बंद है, उनका हाल चाल जानना चाहा। ऐसे में उन्होंने जेल अधीक्षक के कमरे में अन्य अधिकारियों के साथ उनसे मुलाकात की। इसके बाद डी.जी. जेल गोयल ने मामले की जांच शुरू की और इस संबंध में सरकार को शिकायत भेजी।


इसलिए मांगे कमैंट
सरकार ने मरड़ी को कैथू जेल में बंद शिमला के नेगी से मुलाकात करने और सोमेश गोयल को इस मुलाकात के बारे में सी.बी.आई. को पत्र भेजने के मामले में अपने-अपने कमैंट देने को कहा था। सूत्रों के अनुसार शिकायत में उल्लेख किया गया कि डी.जी.पी. ने जेल की सुरक्षा का उल्लंघन किया और अदालत की अनुमति बिना नेगी से मुलाकात की। सी.बी.आई. को लिखे पत्र के साथ डी.जी. गोयल ने कुछ फोटो भी भेजे हैं। 


कैसे सामने आया मामला
डी.जी.पी. और जेल में बंद नेगी की मुलाकात को शुरू में गोपनीय रखा गया था लेकिन कैंथू जेल के अधीक्षक द्वारा इस मामले में डी.जी. जेल को सूचना दी गई कि पुलिस महानिदेशक कैंथू जेल में बंद शिमला के पूर्व एस.पी. से मिले थे। इसके बाद डी.जी. ने मामले का संज्ञान लेते हुए कैथू जेल के अधीक्षक को ई-मेल भेजकर जवाब तलब किया था। 


दोनों अधिकारी आमने-सामने 
पुलिस विभाग के मुखिया और जेल विभाग के मुखिया इस मामले को लेकर आमने-सामने हैं। गौरतलब है कि प्रदेश में जयराम सरकार के सतारूढ़ होते ही वरिष्ठ आई.पी.एस. अधिकारी सोमेश गोयल को पुलिस महानिदेशक के पद से हटाते हुए जेल विभाग की कमान सौंपी गई थी और एस.आर. मरड़ी को पुलिस विभाग को मुखिया बनाया गया था। 
 

Ekta