आऊटसोर्स पर भर्ती कर युवाओं का भविष्य खराब कर रही सरकार

Friday, Dec 07, 2018 - 03:01 PM (IST)

धर्मशाला (पूजा): एक तरफ प्रदेश सरकार जहां भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात करती है, वहीं दूसरी ओर ठेकेदारी प्रथा को लागू कर स्वयं भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है। सरकार विभिन्न कार्यालयों में आऊटसोर्स आधार पर नियुक्तियां कर युवाओं के भविष्य को अंधेरे की ओर धकेलने का पूरी तरह से प्रयास कर रही है, जिसे प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड कर्मचारी यूनियन सफल नहीं होने देगी। यह बात हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड कर्मचारी यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा की अध्यक्षता में वीरवार को हुए धर्मशाला यूनिट सम्मेलन के दौरान कही। सम्मेलन में काफी संख्या में विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों ने भाग लिया।

बोर्ड को विभाजित कर निगमीकरण व निजीकरण की अपनाई जा रही नीति

प्रदेशाध्यक्ष ने उपस्थित कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि 1996 से लगातार बिजली क्षेत्र में बिजली सुधारों के नाम पर ही बिजली बोर्डों को विभाजित करके निगमीकरण व निजीकरण की नीति अपनाई जा रही है।उन्होंने कहा कि 2010 से लेकर बिजली बोर्ड ने बिजली क्षेत्र में घाटा कम कर हजारों करोड़ बढ़ा दिया है।

देश में केवल 2 ही बिजली बोर्ड कर रहे काम

उन्होंने कहा कि आज देश में केवल 2 ही बिजली बोर्ड काम कर रहे हैं और अब इन बोर्डों को फिर से तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिजली बोर्ड को स्थापित करने में हजारों बिजली कर्मचारियों ने अपनी जान जोखिम में डाली है और सरकार अब इस बोर्ड को फिर से तोड़ने पर उतारू हो चुकी है।

Vijay