सरकार से मांग, हर साल हो दंत चिकित्सकों की भर्ती

Thursday, Dec 08, 2016 - 12:19 PM (IST)

शिमला: डैंटल प्रशिक्षु चिकित्सकों की हड़ताल बुधवार को भी जारी रही रही। डैंटल प्रशिक्षु चिकित्सकों ने बुधवार को डैंटल कॉलेज के बाहर धरना दिया और सरकार से हर साल दंत चिकित्सकों के 100 पद भरने की मांग की। डैंटल प्रशिक्षु चिकित्सकों के हड़ताल पर जाने से पिछले 2 दिनों से अस्पताल का काम-काज ठप्प है। चिकित्सकों का कहना है कि कॉलेज से निकालने के बाद प्रदेश में हर साल 300 दंत चिकित्सक बेरोजगार रहते हैं।


सरकार अस्पतालों में उक्त चिकित्सों की भर्ती नहीं कर रही है। डैंटल कॉलेज स्टूडैंट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अनिल आजटा ने कहा है कि एसोसिएशन ने फैसला लिया है कि जब तक सरकार हमारी मांगी पूरी नहीं करती, चिकित्सक इसी तरह हड़ताल पर रहेंगे। हैरानी की बात है कि सरकार ने वर्ष 2013 से दंत चिकित्सकों के पद नहीं निकाले हैं। इस कारण प्रदेश में 2000 से अधिक दंत चिकित्सक बेरोजगार हो गए हैं। योग्यता होते हुए भी दंत चिकित्सकों को घर बैठना पड़ रहा है।


उन्होंने कहा कि यदि सरकार डैंटल चिकित्सकों के पद भरना नहीं चाहती तो डैंटल कॉलेजों को बंद कर दे। इसके अलावा प्रशिक्षु चिकित्सकों का कहना है कि डैंटल कॉलेज में मूलभूत सुविधाओं की भी कमी है। डैंटल कॉलेज के प्रत्येक कमरे में प्रोजैक्टर, टूटे हुए ब्लैकबोर्ड को बदलने, कमरे में पर्दे, सर्दियों में हर कमरे में ब्लोअर्स, ओ.पी.डी. में स्टे्ररलाइज इक्वीपमैंट, डाक्टरों को ग्लब्ज और मास्क उपलब्ध करवाने की मांग की है। डैंटल कॉलेज स्टूडैंट एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि आज हड़ताल का तीसरा दिन है, लेकिन सरकार की ओर से हमें वार्ता के लिए नहीं बुलाया गया है।