GOOD NEWS: अब Landslide से पहले ही मिलेगा अलर्ट (Watch Video)

Thursday, Dec 20, 2018 - 02:03 PM (IST)

सिरमौर (सतीश): सिरमौर जिला प्रशासन ने एक अच्छी पहल की है। लोगों को अब लैंडस्लाइड का खतरा नहीं सताएगा। प्रशासन आईटीआई मंडी के सहयोग से जिला में लैंडस्लाइड सेंसर लगाने का फैसला लिया है। शुरुआती चरण में दो लैंडस्लाइड सेंसर नाहन शिमला हाईवे पर लगाए गए हैं। यह लैंडस्लाइड सेंसर भूस्खलन से करीब 10 से 15 मिनट पहले ही अलर्ट देंगे यानी 10 मिनट पहले ही मौके पर हूटर बजने के साथ-साथ रेड लाइट ब्लिंकिंग होंगी। आईआईटी मंडी टीम के सदस्य अंकुश पठानिया और प्रवीण कुमार ने कहा कि लैंडस्लाइड सेंसर का पहले मंडी जिला में सफल इस्तेमाल किया गया है जिसके बाद सिरमौर जिला प्रशासन के आग्रह पर इसे यहां लगाया जा रहा है। 


लैंडस्लाइड सेंसर की जरी लोगों तक दो जरिए से की सूचना पहुंच पाएंगी। एक तो जहां मौके पर होटल और रेड लाइट ब्लिंकिंग होगी। वहीं दूसरी तरफ ग्लोबल अलर्ट के जरिए प्रशासन को भी तुरंत एसएमएस पहुंच जाएगा जिसके बाद प्रशासन तुरंत हरकत में आ कर इस दिशा में प्रभावी कदम उठा सकता है। सिरमौर जिला प्रशासन प्राथमिक तौर पर जिला की पांच स्थानों पर लैंडस्लाइड सेंसर लगाने जा रहा है। जिला मंडी के कोटरोपी में लैंडस्लाइड सेंसर के सफल प्रयोग के बाद सिरमौर जिला प्रशासन ने इसे लगाने का फैसला लिया है। जिला समन्वयक डिस्टिक डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी राजन कुमार शर्मा ने कहा कि बरसात से पहले जिला में पांच लैंड स्लाइड सेंसर लगाए जा रहे हैं और बजट को स्वीकृति मिली तो इनकी संख्या बढ़ाई जा सकती है।


सिरमौर जिला में कई ऐसे महत्वपूर्ण स्थान हैं जहां अक्सर लैंडस्लाइड होती रहती है जिससे जान माल का भारी नुकसान होता है। ऐसे में महज करीब 20 से 25 हजार की लागत में लगने वाला यह उपकरण सहायक साबित हो सकता है। भूस्खलन निगरानी व चेतावनी टैक्नोलॉजी की कीमत महज 20 हजार रुपए है, जो मौसम मानकों व मिट्टी के गुणों को भी रिकॉर्ड कर सकती है। दरअसल आईआईटी मंडी ने कोटरोपी त्रासदी के बाद इस मॉडल को ईजाद किया था। त्रासदी के बाद इन उपकरणों को वहां स्थापित कर दिया गया था। कोटरोपी में दोबारा भू-स्खलन से पहले ही चेतावनी जारी हो गई थी।

Ekta