भगवान हुए ''कंगाल'', आरटीआई से हुआ खुलासा

Monday, Feb 13, 2017 - 12:03 PM (IST)

चिंतपूर्णी: उत्तरी भारत के विख्यात शक्तिपीठ धार्मिक स्थल चिंतपूर्णी मंदिर की आय 2016 से करीब डेढ़ करोड़ रुपए कम हो गई है। यह महत्वपूर्ण खुलासा सूचना का अधिकार के तहत पत्र संख्या 88/57 दिनांक 24-01-2017 में हुआ है। आर.टी.आई एक्टिविस्ट रजनीश खौसला ने सरकार से मामले की गंभीरता को देखते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। प्रदेश के सबसे ज्यादा चढ़ावे वाले मंदिर शक्तिपीठ की आय में कुछ वर्षों से वृद्धि नहीं हो रही है। वर्ष 2014 के मुकाबले वर्ष 2016 में मंदिर की आय में 1,45,76,673 रुपए कम आमदन हुई है। 


यह खुलासा सूचना का अधिकार के तहत हुआ
यह खुलासा सूचना का अधिकार के तहत हुआ है। वर्ष 2014 में मंदिर न्यास को कुल 34,63,31,371 रुपए की आय अर्जित हुई थी। पिछले वर्ष 2016 में यह आय घटकर 33,17,54,697 रुपए तक सिमट गई। वर्ष 2014 के मुकाबले वर्ष 2016 में मंदिर को 1 करोड़ 45 लाख कम आय प्राप्त हुई है। वर्ष 2015 में 32,36,47,119 रुपए आय अर्जित हुई है। आर.टी.आई. एक्टिविस्ट रजनीश खौसला ने बताया कि वर्ष 2008 से लेकर वर्ष 2012 में मंदिर की आय में प्रतिवर्ष 25 से 30 प्रतिशत वृद्धि हुई जबकि अगले कुछ वर्षों में आंशिक वृद्धि नकदी चढ़ावे में दर्ज हुई है। वर्ष 2016 में 1 करोड़ 45 लाख की आय में कमी होना एक गंभीर जांच का विषय है। रजनीश खौसला ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से सारे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उधर, मंदिर कमीश्नर एवं डी.सी. ऊना विकास लाबरू ने इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं दी।