पालमपुर में होगा ग्लोबल ऑर्गेनिक विलेज फेस्टिवल

punjabkesari.in Tuesday, Oct 27, 2020 - 10:17 AM (IST)

पालमपुर (भृगु): पालमपुर में ग्लोबल ऑर्गेनिक विलेज फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा। कृषि विश्वविद्यालय इस प्रस्तावना को मूर्त रूप देगा। ऐसे में देश व विदेश के जैविक उत्पादों से जुड़े दिग्गज अपने अनुभवों को एक मंच पर सांझा कर सकेगें। यह जानकारी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एचके चौधरी ने दी। उन्होंने कहा कि एक ही स्त्रोत से खाद्यान्न, ऊर्जा, जल तथा आश्रय के स्थायित्व के  लिए जैविक कृषि समय की मांग है। ऐसे में इस प्रकार का ग्लोबल ऑर्गेनिक विलेज फेस्टिवल कृषकों व अन्य हितधारकों को उपयोगी प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन कर किसानों की आय बढ़ाने के सरकार के प्रयासों को और सुदृढ़ कर सकता है। इसी कड़ी में विश्वविद्यालय अन्य हितधारकों का समावेश कर ग्लोबल ऑर्गेनिक विलेज फेस्टिवल के आयोजन के प्रस्तावना तैयार कर रहा है। कुलपति ने कहा कि हिमाचल प्रदेश जैव विविधता से संपन्न है तथा यहां के किसान अधिक कौशलपूर्ण तथा बुद्धिमान है। समय के सदुपयोग के लिए उन्होंने एकीकृत कृषि को अपनाया है वहीं जनजातीय क्षेत्र के किसान बदलते मौसम में प्रवेश के अनुसार फसलों में भी बदलाव कर रहे हैं। अनेक प्रगतिशील किसानों ने बाजार की मांग के अनुसार कार्य किया है तथा विश्वविद्यालय के शोध तथा प्रसार केंद्रों से भी सहायता प्राप्त की है।

कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रगतिशील किसानों के अनुभवों को समझेगा तथा सभी वैज्ञानिकों को यह दिशानिर्देश जारी किए गए हैं कि वह अधिक से अधिक समय किसान के खेतों में व्यतीत करें ताकि उनकी सही समस्याओं को जाना जा सके। उन्होंने बताया कि विभिन्न किस्मों का भौगोलिक सूचकांक प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय में ज्योग्राफिकल इंडिकेशन ग्रुप गठित किए गए है। इस अवसर पर वूल फेडरेशन के अध्यक्ष त्रिलोक कपूर ने कहा कि किसानों और पशुपालकों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नई प्रौद्योगिकियों की आवश्यकता है। उन्होंने सभी वैज्ञानिकों से किसानों की आय को बढ़ानें के लिए प्रयास करने का आग्रह किया। उन्होंने भेड़ तथा बकरियों से संबंधित बिंदुओं की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि ग्लोबल ऑर्गेनिक विलेज फेस्टिवल पालमपुर में शीर्ष कृषि वैज्ञानिकों और व्यवसायिक दिग्गजों को लाने में सहायक सिद्ध होगा। इस अवसर पर जापान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ हेरो सैन ने कृषि उपज बढ़ाने के लिए क्लाइमेट स्मार्ट एग्रीकल्चर पर प्रेजैंटेशन दी वहीं उन्होंने सुरक्षित खाद्य मांग के दृष्टिगत वर्टिकल फार्मिंग सिस्टम को अपनाने तथा नई प्रौद्योगिकियों के उपयोग पर बल दिया। इस अवसर पर प्रदेश कृषि, पशुपालन तथा वन विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहे।


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Jinesh Kumar

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