ग्लोबल इन्वैस्टर मीट से पहले 10095 करोड़ के निवेश को 20 MOU साइन

Wednesday, Nov 06, 2019 - 10:31 PM (IST)

धर्मशाला (जिनेश): ग्लोबल इन्वैस्टर मीट में भाग लेने के लिए बुधवार को धर्मशाला पहुंचे निवेशकों से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर रू-ब-रू हुए। एक निजी होटल में देर शाम तक चले विभिन्न सत्रों में निवेशकों ने हिमाचल में निवेश को लेकर अपने-अपने सुझाव दिए और चिंताएं मुख्यमंत्री के समक्ष रखीं। इस दौरान 17 डैलीगेट्स ने हिमाचल में निवेश के बारे में भी जानकारी मुख्यमंत्री को दी। मुख्यमंत्री ने विभिन्न डैलीगेट्स के साथ 10,095 करोड़ रुपए के निवेश वाले 20 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं। निवेशकों ने हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करने की भावी योजनाओं के संबंध में भी चर्चा की।

हिमाचम में एयरपोर्ट विस्तारीकरण व कनैक्टीविटी दें बढ़ावा

वियतनाम से आए 26 सदस्यीय डैलीगेट्स ने मुख्यमंत्री को सुझाव दिए। मुख्यमंत्री  से वियतनाम से आए डैलीगेट्स का नेतृत्व वियतनाम के एम्बैसेडर फाम सांह चाहू कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हिमाचल में एयरपोर्ट के विस्तारीकरण की आवश्यकता है ताकि यहां और भी बड़ी हवाई कंपनियां सेवा दे सकें, जिसके चलते यहां आने-जाने का किराया कम हो सकेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री को यह भी सुझाव दिया कि हिमाचल में एयर कनैक्टीविटी अधिक होनी चाहिए ताकि अधिक से अधिक फ्लाइटें आ सकें और लोग भी। उन्होंने कहा कि कम फ्लाइट होने के चलते उनके साथ आए कई सदस्य इस इन्वैस्टर मीट में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।

धर्मशाला को दूसरा शिमला न बनाएं

धर्मशाला की खूबसूरती के दीवाने हुए वियतनाम के सदस्यों ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि धर्मशाला को दूसरा शिमला न बनाएं। उन्होंने हिमाचल को भारत का स्विट्जरलैंड तक कहा और हिमाचल के पर्यटन को सराहा। अपने 3 सुझावों में उन्होंने हिमाचल में हिंदुज्म के साथ बुद्धिज्म को भी बढ़ावा देने का आग्रह किया और यहां बुद्धिस्ट टैंपल भी बनाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि इससे बुद्धिस्ट लोग अधिक से अधिक यहां आकर पर्यटन का भी लुत्फ ले सकेंगे। मुख्यमंत्री ने माना कि हवाई जहाजों की कनैक्टीविटी का विषय ध्यान में है। उन्होंने कहा कि इसमें सुधार लाने के लिए सरकार कार्य कर रही है। एयरपोर्ट विस्तारीकरण किया जा रहा है और नए एयरपोर्ट भी बनाए जा रहे हैं।

जर्मनी से आए डैलीगेट्स ने हिमाचल में शोध करने का किया करार

इन्वैस्टर मीट में भाग लेने आए जर्मन डैलीगेट ने प्रदेश सरकार के साथ मिलकर प्रकृति पर रिसर्च करने का करार किया है। इस दौरान एक शोधकत्र्ता कंपनी के 4 सदस्यीय डैलीगेट्स ने सरकार के साथ अम्ब्रेला एमओयू साइन किया। इस रिसर्च कंपनी का मानना है कि हिमाचल के पहाड़ी क्षेत्रों में प्रकृति की खोज हो सकती है, साथ ही हिमालयन जोन में हर्बल्स व चिकित्सीय पौधे रोपने से संबंधित करार किया।

हिमाचल में स्वास्थ्य, शिक्षा व कृषि में निवेश करेगी दुबई की बीआरएस बैंचर्स

दुबई से आए बीआरएस बैंचर्स के चेयरमैन बीआर सेठी व डायरैक्टर रीना सेठी ने बताया कि वे हिमाचल में स्वास्थ्य, शिक्षा व कृषि में निवेश करना चाहते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में वे हिमाचल में बहुत बड़ा अस्पताल बनाना चाहते हैं, जिसमें लोगों को हर प्रकार की सुविधा मुहैया करवाई जा सके। इसमें पार्किंग, लोगों को बैठने के लिए पार्क और साथ ही अन्य सुविधाएं होंगी। इस दौरान आलाधिकारियों ने दुबई से आए निवेशकों को जिला कांगड़ा से संबंधित जमीनों का विवरण दिया। दुबई लूलू गु्रप से आए डैलीगेट्स ने हिमाचल में पर्यटन क्षेत्र में रिजोर्ट खोलने की इच्छा जाहिर की है। वे हिमाचल प्रदेश के किसानों के फल व सब्जियों की खरीद-फरोख्त कर उसे बाहरी देशों में भेजेंगे।

पर्यटन में निवेश करेंगे बड़े औद्योगिक घराने

इन्वैस्टर मीट के जरिए हिमाचल में बड़े उद्योगपति पर्यटन क्षेत्र में निवेश करेंगे, जिसमें महेंद्रा समूह ने भी राज्य में पर्यटन एवं आतिथ्य तथा रियल एस्टेट एवं अधोसंरचना क्षेत्र में रुचि दिखाई है। उन्होंने राज्य में रिजोर्ट्स में हिमाचली धाम आरंभ करने के बारे में चर्चा की, साथ ही समूह ने जैविक खेती में भी रुचि दिखाई।

1 हजार करोड़ का निवेश करेगा भारती

मनू सूद के नेतृत्व में भारती समूह के प्रतिनिधिमंडल ने सूचना एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र में डाटा फाइबर लिंक तथा मोबाइल कनैक्टीविटी के लिए 1 हजार करोड़ रुपए के समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किए। भारती समूह ने डाटा फाइबर बिछाने की लागत को कम करने का आग्रह किया और कहा कि नैटवर्क द्वारा पूरे हिमाचल प्रदेश में डाटा खपत को सुदृढ़ किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने उनकी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया।

ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश के हुए करार

सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक नंद लाल शर्मा की अध्यक्षता में निगम के प्रतिनिधिमंडल ने चनाब तट पर 5 हजार करोड़ रुपए की जल विद्युत परियोजना के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। वहीं मुख्यमंत्री ने निदेशक टीआर किशोर के नेतृत्व में अवादा पावी के प्रतिनिधिमंडल के साथ भी बैठक की। उन्होंने लाहौल-स्पीति में सौर ऊर्जा परियोजना स्थापित करने के लिए 1 हजार करोड़ रुपए के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

बद्दी में फार्मा प्लांट विस्तार के लिए 102 करोड़ रुपए का करार

मै. अबोट के प्रतिनिधिमंडल ने उपाध्यक्ष जावेद जिया के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से भेंट कर राज्य में अपनी परियोजना आरंभ करने में रुचि दिखाई और बद्दी में फार्मा प्लांट के विस्तार के लिए 102 करोड़ रुपए के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

Vijay