घृतमंडल को लेकर बज्रेश्वरी मंदिर में 101 बार देसी घी को ठंडे पानी में धोकर बनाया जाता है मक्खन

Monday, Jan 14, 2019 - 11:57 AM (IST)

बैजनाथ (कमल गुप्ता/सुरिन्द्र): विश्व प्रसिद्ध शिव मंदिर बैजनाथ में घृतमंडल को लेकर सभी तैयारियों को पूरा कर लिया गया है। जिलाधीश कांगड़ा संदीप कुमार की ओर से मंदिर में फूलों से भव्य सजावट करवाई गई, वहीं विद्युत चालित लड़ियों की रंग-बिरंगी रोशनी से मंदिर की सुंदरता में चार चांद लग रहे हैं। मंदिर में कांगड़ा से आए पुश्तैनी पुजारियों में प्रभात अवस्थी, उमाकांत शर्मा, रमाकांत शर्मा व नरेश शर्मा ने बताया कि शुद्ध घी का मक्खन बनाने का कार्य पूरा कर लिया गया है। लोगों द्वारा चढ़ाए गए शुद्ध घी से अब घृत मंडल लगभग 3 क्विंटल मक्खन से बनाया जाएगा। 

उन्होंने बताया कि सोमवार यानि आज विशेष पूजा-अर्चना के बाद घृतमंडल बनाने की प्रक्रिया को शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि लगभग रात साढ़े 8 बजे तक घृतमंडल तैयार कर दिया जाएगा। मंदिर अधिकारी विचित्र सिंह ठाकुर ने मंदिर का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया तथा संतोष जताया।


मंदिर अधिकारी एवं तहसीलदार बैजनाथ विचित्र सिंह ठाकुर ने बताया कि घृतमंडल को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। घृतमंडल के लिए मक्खन, मेवे तथा फ्रूट का पूरा इंतजाम कर लिया गया है।

जानिए क्या है मान्यता

मान्यता है कि जालंधर दैत्य को मारते समय मां के शरीर पर कई चोटें आई थीं तथा देवताओं ने मां के शरीर पर घृत का लेप किया था। उसी परंपरा के अनुसार सदियों से माता की प‍िंडी पर घृत का लेप लगाने की परंपरा है। बताते हैं कि देसी घी को 101 बार ठंडे पानी में धोकर इसका मक्खन बनाया जाता है। मां की पिंडी पर लगाया जाने वाला मक्खन श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में बांटा जाता है। मान्यता है कि यह मक्खन रूपी प्रसाद चर्म रोगों के उपचार के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है।

Ekta