दयनीय होती जा रही इस पवित्र कुंड की दशा, लोगों में अभी भी अंधविश्वास

Monday, Jun 10, 2019 - 04:29 PM (IST)

गेहड़वीं, (सुभाष): उपमंडल झंडूता की ग्राम पंचायत जांगला की पूर्वी सीमा पर स्थित लाखों लोगों की श्रद्धा और आस्था के प्रतीक सुप्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल रुक्मणि कुंड की दशा दिनों-दिन दयनीय होती जा रही है। पिछले लगभग 400 वर्षों से जल का अक्षय (भंडार) स्रोत कहे जाने वाला यह रुक्मणि कुंड आज गेहड़वीं, जांगला, बैरीमियां, समोह, हीरापुर, बडोलदेवी तथा बैहनाजट्टां आदि पंचायतों के बाशिंदों की प्यास बुझा कर आई.पी.एच. विभाग की पेयजल की बहुत सारी मांग की आपूॢत भी कर रहा है लेकिन सफाई व्यवस्था और परिसर के रखरखाव पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।

वर्षभर विशेष पर्वों पर सैंकड़ों लोग करते हैं स्नान


बताते चलें कि बैसाखी के पर्व, हर महीने की संक्रांति, पूॢणमा, अमावस्या, सूर्य-चंद्र ग्रहण, एकादशी तथा अन्य वर्षभर के विशेष पर्वों पर आस्था के नाम पर सैंकड़ों लोग इस पवित्र कुंड में स्नान करते हैं परंतु स्नान करने के उपरांत न जाने घोर अंधविश्वास में जकड़े समाज के सभ्य मनुष्य भी अपने गंदे अंत:वस्त्रों का परित्याग भी इसी कुंड के किनारे कर देते हैं, जिसके पानी से 6 पंचायतों के हजारों लोग अपनी प्यास बुझाते हैं। इन गंदे वस्त्रों के फैंकने से जनमानस में कई संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा हर समय बना रहता है। दूसरे बरसात या भारी बारिश के मौसम में गेहड़वीं, बैरीमियां तथा जांगला आदि 3 पंचायतों का वर्षा का पानी घणा-दी-चोई नामक नाले से होता हुआ सीधा माता रुक्मणि के पवित्र कुंड में मिल जाता है तथा यह वर्षा का जल सारे पानी को मटमैला व दूषित कर देता है जिससे इस कुंड की कई उठाऊ पेयजल योजनाओं की सप्लाई बरसात में कई दिनों तक विभाग की मजबूरी के चलते बंद रहती है और गेहड़वीं तथा आसपास के क्षेत्र के लोगों को पेयजल की भारी किल्लत का सामना करना पड़ता है।

6-7 पंचायतों को होती है पेयजल आपर्ति


 बताते चलें कि इस कुंड के पवित्र जल की आपूॢत आसपास की 6-7 पंचायतों को पूर्ण व आंशिक रूप से की जाती है। कस्बा गेहड़वीं के लोगों का मानना है कि इस कुंड में दिनों-दिन पनप रही समस्याओं से या तो विभाग व जिला प्रशासन अनजान है या आंखें मूंद बैठा है लेकिन कुछ भी हो, आखिरकार समय रहते किया गया उपचार ही काम आता है। गेहड़वीं कस्बे के गण्यमान्य लोगों ने नवनियुक्त उपमंडल झंडूता के अधिशासी अभियंता तथा डी.सी. बिलासपुर से स्वयं रुक्मणि कुंड का एक बार मौका देखकर इसकी पवित्रता तथा जल की शुद्धता को बरकरार रखने हेतु उचित कदम उठाने का आग्रह किया है।

मौके पर जाकर वहां पर बिगड़ी हुई व्यवस्था को जल्द हल किया जाएगा


आई.पी.एच. उपमंडल झंडूता के अधिशासी अभियंता देवराज चौहान ने कहा कि अभी कुछ दिन पूर्व ही उपमंडल झंडूता में अधिशासी अभियंता के रूप में कार्यभार संभाला है। रुक्मणि कुंड का मामला गंभीर होने के कारण स्वयं मौके पर जाकर वहां पर बिगड़ी हुई व्यवस्था को जल्द हल करने का प्रयास किया जाएगा ताकि लोगों की कुंड के प्रति आस्था भी बनी रहे तथा लोग वर्ष भर शुद्ध जल पी सकें।

 

Kuldeep