कूड़ा संयंत्र के विवाद पर NGT ने लिया कड़ा संज्ञान, शिमला से जायजा लेने हमीरपुर पहुंची ये Team

Saturday, Feb 08, 2020 - 02:29 PM (IST)

हमीरपुर (अरविंदर): हमीरपुर नगर परिषद द्वारा बजूरी पंचायत के दुगनेहडी गांव में बनाए गए कूड़ा संयंत्र को लेकर चल रहे विवाद में नया मोड़ आया है। बजूरी के बाशिंदों द्वारा एनजीटी में शिकायत किए जाने पर एनजीटी ने मामले का कड़ा संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन से भी जबावतलब किया है। इसी के चलते प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड शिमला से आई टीम के साथ एडीसी रत्न गौतम, एसडीएम चिंरजी लाल, ईओ केएल ठाकुर ने कूड़ा संयंत्र स्थल का दौरा कर सारी स्थिति का जायजा लिया।

बता दें कि दुगनेहड़ी गांव में नगर परिषद हमीरपुर द्वारा लगाए कूड़ा संयंत्र का लोगों द्वारा विरोध जताया जा रहा है। हर दिन शहर के 11 वार्डों के हजारों टन कूड़े को कूड़ा संयंत्र में फैंकने के साथ जलाया जाता है, जिस पर ग्रामीणों ने पिछले कुछ दिन पहले कड़ा विरोध जताया था। जिला प्रशासन से समस्या का हल न हो पाने के चलते ग्रामीणों ने एनजीटी का दरवाजा खटखटाना, जिस पर अब एनजीटी ने कड़ा संज्ञान लेकर जिला प्रशासन को मामले में हस्तक्षेप करने की हिदायत दी है।

लोगों का कहना है कि नगर परिषद द्वारा खुले में कूड़ा जलाने से ग्रामीणों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसी मामले को लेकर गांव के बाशिंदों ने नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में याचिका दायर की थी। ग्रामीणों का आरोप है कि अब मामला नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में चल रहा है फिर भी नगर परिषद ने यहां कूड़े से खाद बनाने की मशीन स्थापित कर दी है जिसको लेकर उनमें रोष है।

ग्रामीणों की मानें तो कूड़ा संयंत्र की वजह से स्थानीय निवासियों का जीना मुश्किल हो गया है और यहां दिन-रात बदबू होने से सांस लेने में दिक्कतें पेश आती हैं। ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर कूड़ा फैंकने से सारी गंदगी हथली में खड्ड पहुंचती है, जिससे पेयजल योजनाएं प्रभावित हो रही है। इस कारण बीमारियां फैलने का डर है। ग्रामीणों ने सरकार से गुहार लगाई है कि इस कूड़ा संयंत्र को जल्द से जल्द यहां से हटाय जाए।

वहीं अतिरिक्त उपायुक्त रत्न गौतम ने कहा कि नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में स्थानीय लोगों द्वारा दुगनेहड़ी में स्थापित कूड़ा संयंत्र को उठाने के लिए याचिका दायर की गई है, जिसके चलते ही मौका स्थल पर टीम ने जायजा लिया है।

Vijay