टूटी टांग का इलाज करवाने गए 13 वर्षीय बच्चे की संदिग्ध मौत, अस्पताल पर सवाल

Tuesday, Apr 07, 2020 - 06:58 PM (IST)

गगरेट (बृज): लॉकडाऊन के बीच दोस्तों के साथ खेलते हुए एक किशोर की टांग टूट जाने पर गगरेट के एक निजी अस्पताल में मिले उपचार के बाद अचानक उसकी मौत हो जाने पर बवाल मच गया। परिजनों का आरोप है कि निजी अस्पताल में गलत उपचार मिलने के चलते ही किशोर की मौत हुई है। परिजनों ने पुलिस से निजी अस्पताल के संचालक के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की मांग कर डाली। हालांकि मौत के कारणों को जानने के लिए पुलिस ने मृतक किशोर के शव का पोस्टमार्टम करवाया है और मृतक का बिसरा व खून के नमूने संरक्षित करवा एफएसएल धर्मशाला भेज दिए हैं। कोरोना वायरस के चलते घोषित लॉकडाऊन के चलते भंजाल गांव के राकेशकुमार का 13 वर्षीय बेटा ऋतिक अपने घर के आंगन में ही अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था कि अचानक गिर जाने से उसकी टांग टूट गई। उसे उसके परिजन तत्काल गगरेट स्थित एक निजी अस्पताल में ले आए। यहां डाक्टर ने उन्हें त्वरित आप्रेशन करने की बात कही जिस पर वे राजी हो गए।

परिजनों का आरोप है कि डाक्टर ने आपरेशन से पहले उनके बेटे को इंर्जक्शन दिया और उसके बाद उसकी स्थिति थोड़ी बिगडऩे लगी तो डाक्टर ने उसे रैफर करने की बात कह डाली। जब वह अपने बेटे को लेकर सिविल अस्पताल गगरेट पहुंचे तो बेटे के मुंह से झाग निकलने लगी और कुछ ही देर बाद डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों का आरोप है कि डाक्टर द्वारा गलत उपचार करने के चलते ही उनके बेटे की मौत हुई है। परिजनों ने डाक्टर के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग पुलिस से कर डाली। हालांकि पुलिस ने मौत के कारणों को जानने के लिए मृतक का पोस्टमार्टम करवा बिसरा व खून के नमूने जांच के लिए एफएसएल धर्मशाला भेज दिए हैं। एसएचओ हरनाम सिंह ने बताया कि मौत कैसे हुई इसका पता रिपोर्ट आने पर चल पाएगा। रिपोर्ट के अनुसार ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

 

Kuldeep