पाकिस्तान मुर्दाबाद नारों के बीच शहीद सुखविंदर सिंह पंचतत्व में विलीन

Wednesday, Dec 18, 2019 - 09:21 PM (IST)

इंदौरा (अजीज): इंदौरा विधानसभा क्षेत्र के साथ लगते पंजाब के गांव फतेहपुर के 20 वर्षीय शहीद सुखविंदर सिंह ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के राजौरी सैक्टर में सीमा पर पाकिस्तान द्वारा की गई गोलाबारी में अपनी शहादत दी थी। बुधवार दोपहर को जब तिरंगे में लिपटा शहीद सुखविंदर सिंह का पार्थिव शरीर उसके पैतृक गांव पहुंचा तो क्षेत्र के युवा बड़ी गिनती में तिरंगा हाथ में लिए अपने अमर शहीद के सम्मान में भारत माता की जय, शहीद सुखविंदर सिंह अमर रहे, पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए शहीद के घर पहुंचे। घर में शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचते ही मां रानी देवी व भाई गुरपाल सिंह कई बार रोते-रोते बेहोश हुए। मां को उसके बेटे की शहादत के बारे में बुधवार सुबह ही बताया गया था,जिसके चलते उनका विलाप देखा नहीं जा रहा था।

दोपहर बाद  करीब 3 बजे शहीद सुखविंदर सिंह का अंतिम संस्कार गांव फतेहपुर के श्मशानघाट पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया। यहां भारतीय सेना की टुकड़ी ने शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। शहीद के अंतिम संस्कार के समय मौके पर पहुचे प्रशासनिक, राजनीतिक व समाजसेवी शख्सियतों ने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की। अंतिम संस्कार के समय युवाओं ने हाथ में तिरंगा व शहीद सुखविंदर सिंह की फोटो के पोस्टर पकड़ कर शहीद को अंतिम विदाई दी। शहीद की चिता को मुखाग्नि उसके बड़े भाई गुरपाल सिंह ने दी।

अंतिम संस्कार के समय विधायक दसूहा, विधायक मुकेरियां, एडीसी होशियारपुर, डीएसपी दसूहा, एसडीएम मुकेरियां, बीडीपीओ तलबाड़ा, भारतीय सेना के अधिकारी, एसएचओ हाजीपुर, आप नेता किशोरी लाल, भाजपा नेता जंगी लाल महाजन, अंकित राणा मंझपुर, सरपंच फतेहपुर व, रजनीश पठानिया सहित सैंकड़ों की संख्या में क्षेत्रवासी मौजूद रहे। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों और विधायक ने शहीद के परिवार को सरकार द्वारा हर प्रकार की आर्थिक सहायता मुहैया करवाने का आश्वासन दिया।

बता दें कि शहीद सुखविंदर सिंह मई, 2017 में सेना की 18 जैक राइफल में भर्ती हुआ था। शहीद के पिता जोकि बिजली विभाग में नौकरी करते थे, उनकी वर्ष 2007 में मौत हो चुकी है। शहीद का बड़ा भाई घर में ही रहता है। शहीद अपने पीछे मां और बड़े भाई को छोड़ गया है। मां ने बिलखते हुआ कहा कि मुझे मेरे बेटे की शहादत पर फख्र है।

Vijay