लेह में शहीद लिली के जवान हैप्पी को सैन्य सम्मान के साथ दी अंतिम विदाई, छोटी बहन ने दी मुखाग्नि

Thursday, Feb 22, 2024 - 09:33 PM (IST)

नगरोटा बगवां (बिशन): लेह में शहीद हुए नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र के लिली गांव निवासी जवान हैप्पी का वीरवार को पैतृक श्मशानघाट में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शहीद की चिता को मुखाग्नि छोटी बहन ने दी। बता दें कि 26 पंजाब में 8 मार्च, 2020 को भर्ती हुए हैप्पी करीब डेढ़ वर्ष से लेह में गलेशियर-2 में तैनात थे जहां बर्फ के कारण सिर की नसें ब्लॉक हो जाने से हैपी काे ब्रेन हैमरेज हो गया। भारी बर्फबारी के चलते उन्हें चंडीगढ़ या दिल्ली अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका तथा एमएच लेह में उपचार के दौरान हैप्पी का सोमवार प्रातः दुखद निधन हो गया। खराब मौसम के कारण 2 दिन शव को एयरलिफ्ट नहीं किया जा सका। बुधवार को मौसम ठीक होने पर शव लेह से एयरलिफ्ट करके चंडीगढ़ लाया गया और वहां से देर रात योल छावनी लाया गया। वीरवार को शहीद की पार्थिव देह को पैतृक गांव लिली लाया गया। इस दौरान अपने लाडले के अंतिम दर्शनों लिए बड़ोह रोड से लिली तक सड़क किनारे जगह-जगह खड़े गांव वासियों व स्कूली बच्चों ने जब तक सूरज चांद रहेगा हैप्पी तेरा नाम रहेगा व भारत माता की जय के नारे लगाते हुए शहीद की पार्थिव देह पर पुष्पांजलि अर्पित की। जैसे ही तिरंगे में लिपटी शहीद हैप्पी की पार्थिव देह सेना की गाड़ी में पैतृक गांव लिली लाई गई तो पूरे गांव में मातम छा गया।

बेटे का चेहरा देख फूट-फूट कर रो पड़ी मां
सेना की गाड़ी से जैसे ही शहीद की पर्थिव देह को उतारा तो शहीद के पिता विनीत कुमार व माता बिलख-बिलख कर रोए, वहीं छोटी बहन काजल के आंसू थमने का नाम नही ले रहे थे। वह अपनी मां को भी संभाल रही थी। अंतिम दर्शनों के लिए जब पर्थिव देह को आंगन तक लाया गया तो परिजनों ने सड़क से घर के आंगन तक रास्ते में फूल बिछा दिए। अंतिम दर्शन के समय मां अपने बेटे का चेहरा देख फूट-फूट कर रो पड़ी। मां ने अपने बेटे को अंदर कमरे में ले जाने को कहा तो सेना के जवान शहीद के पर्थिव शरीर को कमरे के अंदर ले गए।

सेहरा बांध के दूल्हा बनाकर किया विदा 
कमरे में शहीद के माता-पिता ने शहीद का पूरा श्रंगार किया, बेटे के सर पर सेहरा बांधा व नोटों का हार पहनाकर दूल्हा बनाकर अंतिम यात्रा के लिए विदा किया। शहीद के अंतिम दर्शनों को सैंकड़ों की संख्या में लोग एकत्र हो गए आंगन में तिल धरने की जगह नहीं रही। लोग घरों की छतों पर चढ़कर नम आंखों से अपने लाडले के अंतिम दर्शन करते देखे गए। इसके बाद शहीद की अंतिम यात्रा शरू हुई, जिसमें सैंकड़ों की संख्या में लोग व सेना के जवान व अधिकारी शामिल हुए।

माता-पिता को सौंपी तिरंगा व शहीद की वर्दी 
सेना के जवान शहीद की पर्थिव देह को ताबूत में लेकर टीका धार में जोगल खड्ड किनारे निर्मित श्मशानघाट तक लेकर आए। शहीद को श्रद्धांजलि देने के उपरांत सेना के अधिकारियों ने तिरंगा व शहीद की वर्दी शहीद के माता-पिता को सौंपी। फिर सेना की टुकड़ी ने शहीद को सलामी दी तथा शहीद की छोटी बहन ने अपने भाई को मुखाग्नि दी। इस अवसर पर प्रशासन की और से एसडीएम नगरोटा बगवां मुनीष शर्मा, डीएसपी कांगड़ा अंकित शर्मा, एसएचओ नगरोटा बगवां रमेश ठाकुर, पूर्व विधयाक अरुण कुमार (कुका), प्रदेश भाजपा ओबीसी प्रकोष्ठ अध्यक्ष विनय चौधरी, एंटी टैररिस्ट फ्रंट के जिला अध्यक्ष बलविंद्र सिंह, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी मान सिंह सहित आसपास की पंचायतों के प्रतिनधि, पूर्व सैनिक व बड़ी संख्या में गांववासी उपस्थित रहे।

पिता बोले-बेटे की शहादत पर नाज है
शहीद के पिता विनीत कुमार ने अपने बेटे की शहादत पर गर्व महसूस किया। उन्होंने कहा कि उन्हें फक्र है कि उनका बेटा हिन्दोस्तान की रक्षा करते नए शहीद हुआ है।
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Content Writer

Vijay