अब हिमाचल दिवस के मौके पर सरकार ने हर तरफ से किया निराश : राजेंद्र राणा

Saturday, Jan 25, 2020 - 05:04 PM (IST)

हमीरपुर: कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि पूर्ण राज्यत्व दिवस के अवसर पर प्रदेश में चल रही डबल इंजन वाली सरकार ने कर्मचारियों को बुरी तरह निराश किया है। हालांकि हिमाचल दिवस के अवसर पर प्रदेश के कर्मचारियों को प्रदेश की सरकार से बड़ी आस रहती है लेकिन मात्र डीए की रूटीन घोषणा करके सरकार ने कर्मचारी व अधिकारी वर्ग को बुरी तरह हताश किया है। जिससे अब सत्ता की कारगुजारी पर ही सवाल खड़े हो गए हैं। राणा बोले कि जुनियर एसिस्टेंट पोस्ट कोड 556 के लिए विधानसभा में सरकार ने राहत देने का भरोसा दिया था लेकिन वह भरोसा भी सिर्फ भरोसा ही साबित होकर रह गया। राणा ने कर्मचारियों की जबरदस्त वकालत करते हुए कहा कि जिन कर्मचारियों के दम पर बीजेपी ने प्रदेश में सत्ता हासिल की है उन्हीं कर्मचारियों को अब पूरी तरह से नजरअंदाज करके रख दिया है।

बीजेपी ने अपने घोषणा पत्र जिसे दृष्टिपत्र का नाम देकर सरकारी दस्तावेज बनाने का वायदा किया था, में कहा था कि प्रदेश में सरकारी नौकरी पाने वाले कर्मचारियों का अनुबंध अवधि 3 साल से घटाकर 2 साल की जाएगी लेकिन अब जब आधे से ज्यादा सत्ताकाल बीत चुका है, सरकार केन्द्र सरकार की तर्ज पर इस वायदे से भी मुंह चुराती दिख रही है। इसके अलावा 3 वर्ष, 5 वर्ष, 8 वर्ष का अनुबंध कार्यकाल पूरा कर चुके कर्मचारियों को सन्योरिटी न देना भी कर्मचारियों से अन्याय है। क्योंकि यह कर्मचारी सरकार से कोई भी फाइनेंशियल बेनिफिट की मांग नहीं कर रहे हैं तो समझ यह नहीं आता है कि सरकार को इन्हें सन्योरिटि देने में दिक्कत क्या है।

राणा ने कहा कि सरकार की अन्दरूनी हालत समझ चुका सरकारी अमला बीजेपी के दोसाला जश्न पर अपनी कोई भी उपलब्धि दिखाने दर्शाने में नाकाम रहे। प्रदेश भर में प्रदेश के अपने उत्पादन के बावजूद अगर सिमेंट की हर बोरी पर 10 रुपए दाम बढ़े हैं तो इसके लिए कसूरवार डबल इंजन की सरकार है। कभी सरकार बनने का जश्न कभी केन्द्र में सरदार बनने का जश्न कभी एकसाला जश्न तो कभी दोसाला जश्न और अब पार्टी के मुखिया के बनने का जश्न। बस बीजेपी तो अबतक जश्नों की नाटी में मशगुल है जबकि प्रदेश में विकास और विश्वास का ग्राफ निरंतर गिर रहा है। ऐसे में पूर्ण राज्यत्व दिवस के मौके पर सभी वर्गों को पूरी तरह निराश किया है।

kirti