सिरमौर से शिमला तक पैदल यात्रा करने को मजबूर हुए युवा, प्रशासन को जगाने का कर रहे प्रयास

Monday, Oct 08, 2018 - 12:14 PM (IST)

सिरमौर(चिन्मय): हिमाचल प्रदेश में आने वाली सभी सरकारें गांव गांव को सड़क सुविधा से जुड़ने के बड़े-बड़े दावे करती है, मगर हकीकत कुछ और ही है। अाज भी लोग सड़क सुविधा को पाने के लिए पिछले 16 वर्षों से संघर्ष कर रहे है लेकिन 2000 की आबादी वाले लोगों को आज तक न  नहीं सड़क सुविधा मिल पाई है। हम बात कर रहे है सिरमौर जिले के सुचावाला गांव की। जहां युवाओं ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि सड़क न होने की वजह से बीमार बूढ़े  और बच्चों को अक्सर दिक्कतों का सामना करना पढ़ता है। इसलिए वह गांव में सड़क की मांग कर रहे है उन्होंने बताया कि 16 वर्ष पहले गांव की सड़क के लिए 40 लाख रूपएआ चुका था काम शुरू भी हो गया था लेकिन अचानक काम बंद हो गया। जो आज तक आरम्भ नहीं हो पाया है यहां तक कि वह अपनी जमीने भी सरकार के नाम कर चुके है। वह गांव के प्रधान जिला प्रशासन विधायक और प्रदेश के कई मंत्रियों के समक्ष गुहार लगा चुके है।

लेकिन आज तक उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। इसलिए वह अब उन्हें जगाने के लिए यह पैदल यात्रा कर रहे है और करीबन दिन रात एक कर 70 किलोमीटर का सफर कर चुके है पांव में छाले पड़ रहे है चलना दूभर हो चुका है। लेकिन उनका हौंसला कम नहीं हुआ है और उनकी यात्रा अब कल शिमला जा कर ही खत्म होगी और वह वहां तब तक डटे रहेंगे जब तक की उनकी मांग पूरी नहीं होती। 

kirti