कंपनी से निकाले मजदूरों ने पुलिस से की धक्का-मुक्की

Tuesday, Jan 24, 2017 - 11:16 PM (IST)

अर्की: कंपनी द्वारा निकाले गए 80 मजदूरों के समर्थन में सीटू द्वारा की गई हड़ताल मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रही। मंगलवार सुबह ही हड़ताली मजदूरों ने विरोध स्वरूप गेट के अंदर घुसकर अपने आप को गिरफ्तारी के लिए पेश किया और इस दौरान सुरक्षा कर्मियों और मजदूरों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। स्थिति उस समय तनावपूर्ण हो गई जब हड़ताली मजदूर गेट को बंद कर अंदर जाने लगे तभी पुलिस कर्मियों ने इनके नेताओं को पकड़कर हिरासत में लेने हेतु बस में चढ़ाने की कोशिश की लेकिन कुछ ट्रेड यूनियन के नेताओं व मजदूरों को हिरासत में लेने से पुलिस ने मना कर दिया।

ये भी हुए हड़ताल में शामिल 
इससे पूर्व 9 बजे से ही निकाले गए मजदूर व उनके साथ किसान सभा, स्थानीय लैंड लूजर व ग्राम पंचायतों के प्रभावित लोग भी इनके साथ हड़ताल में शामिल हो गए। मंगलवार की इस हड़ताल में जिला परिषद सदस्य व किसान सभा के जिला प्रधान रामकृष्ण शर्मा, राज्य कमेटी के सचिव विजयेन्द्र, सीटू अर्की के प्रधान प्रेम प्रेमचंदेल व जिला उपसचिव एन.डी. रनोट आदि भी शामिल थे। 

आलाधिकारियों ने भी नहीं समझी पीड़ा : लच्छी
यूनियन के प्रधान लच्छी राम ने बताया कि जब मजदूर अपनी गिरफ्तारी दे रहे थे उस समय जिला के आला अधिकारी भी वहां मौजूद थे लेकिन मजदूरों की पीड़ा को नहीं समझा और न ही मजदूरों के साथ बातचीत करना उचित समझा।

अब आंदोलन होगा उग्र : चंदेल
सीटू प्रधान प्रेम चंदेल ने कहा कि न तो कंपनी के प्रबंधक और न ही सरकार व इसके प्रशासनिक अधिकारी उनकी मांगों पर गौर कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक हमारा यह आंदोलन शांतिपूर्ण चला हुआ था लेकिन अब यह आंदोलन उग्र रूप धारण कर लेगा।

8 से 10 फरवरी तक बंद रहेगा सीमैंट प्लांट 
8 से 10 फरवरी तक सीमैंट प्लांट को पूर्णतया बंद करने के लिए सभी मजदूरों से बातचीत हो चुकी है और 3 दिन तक यह प्लांट पूर्ण रूप से बंद रहेगा। उन दिनों में इस उद्योग में कोई भी काम नहीं करेगा।