बैठक में नहीं सुलझा माल ढुलाई विवाद, पुलिस छावनी में बदला CCI उद्योग

Sunday, Apr 22, 2018 - 01:33 AM (IST)

पांवटा साहिब: राजबन सी.सी.आई. उद्योग में चल रहा माल ढुलाई विवाद 23 अप्रैल तक टल गया है। विधायक चौधरी सुखराम की अध्यक्षता में हुई दोनों पक्षों की बैठक के बावजूद बातचीत अंतिम निर्णय तक नहीं पहुंच सकी है। फि लहाल सी.सी.आई. परिसर में मौजूद सिरमौर मल्टी एक्सल ट्राला सोसायटी के 5 भरे हुए ट्राले पुलिस सुरक्षा में प्रदेश की सीमा से बाहर निकाले जाएंगे। अब दोनों पक्षों की बैठक 23 अप्रैल दोपहर बाद रखी गई है। 2 ट्रक आप्रेटर्स संगठनों के बीच चल रहे विवाद को लेकर प्रशासन ने शनिवार देर शाम को एक बैठक रखी थी।  


कई दिनों से चल रहा माल ढुलाई का विवाद
बता दें कि बीते कई दिनों से सी.सी.आई. राजबन में माल ढुलाई को लेकर सिरमौर ट्रक आप्रेटर्स यूनियन व मल्टी एक्सल ट्राला सोसायटी के बीच विवाद चल रहा है। सी.सी.आई. की माल ढुलाई का ठेका मल्टी एक्सल ट्राला सोसायटी के नाम गया है। इस पर सिरमौर ट्रक यूनियन काम हाथ से जाने देने के मूड में नहीं है। इसके बाद शनिवार को बैठक रखी गई थी लेकिन बैठक में कोई सहमति नहीं बन पाई है। बैठक में ए.एस.पी. वीरेन्द्र ठाकुर, एस.डी.एम. एल.आर. वर्मा, डी.एस.पी. प्रमोद चौहान, सी.सी.आई. के महाप्रबंधक एस.के. साहू, सिरमौर ट्रक आप्रेटर यूनियन के अध्यक्ष बलजीत नागरा, मल्टी एक्सल ट्राला सोसायटी के अध्यक्ष प्रदीप सिंह, चरणजीत सिंह, जसमेर सिंह, देवेन्द्र सिंह, इंद्रजीत सिंह व सुनील पुंडीर मौजूद रहे।


पुलिस छावनी में तबदील हुआ उद्योग
माल ढुलाई विवाद को देखते हुए प्रशासन ने बड़ी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिया है। 2 दिन पहले सी.सी.आई. में ट्रक यूनियन के सदस्यों ने कंपनी में तोडफ़ोड़ कर दी थी। इसको देखते हुए प्रशासन ने सी.सी.आई. उद्योग में करीब 100 जवान तैनात किए हुए हैं। 


जरूरत पड़ी तो लगेगी धारा-144
जिला प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है। प्रशासन के अनुसार दोनों पक्षों के बीच फिलहाल रजामंदी करवाई गई है। अगर स्थिति नहीं सुधरी और जरूरत पड़ी तो धारा-144 लगाई जा सकती है। 


प्रबंधन ने 1.22 करोड़ का किया भुगतान
सिरमौर ट्रक ऑप्रेटर यूनियन का तर्क था कि सी.सी.आई. प्रबंधन ने सीमैंट ढुलाई का 1 करोड़ 22 लाख रुपए रोका हुआ है, जिसको लेकर यह विवाद है। राजबन सी.सी.आई. प्रबंधन ने 18 अप्रैल को सिरमौर ट्रक ऑप्रेटर यूनियन का 1 करोड़ 22 लाख रुपए का भुगतान कर दिया है।  बावजूद इसके ट्रक यूनियन माल ढुलाई को लेकर अड़ी हुई है। 

Vijay