स्वतंत्रता सेनानी ठाकुर दत्त शास्त्री पंचतत्व में विलीन, अंतिम विदाई देने उमड़ा जनसैलाब

Monday, Apr 08, 2019 - 08:41 PM (IST)

बिलासपुर (मुकेश): बिलासपुर के शतकवीर स्वतंत्रता सेनानी ठाकुर दत्त शास्त्री का लूहणु घाट पर मोक्ष धाम में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस अवसर पर जिला प्रशासन की ओर से एस.डी.एम. प्रियंका वर्मा तथा एएसपी भागमल ठाकुर ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर पांच-पांच फायर करके सलामी भी दी गई। इस मौके पर काफी संख्या में भाग लेकर लोगों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। ठाकुर दत्त शास्त्री संस्कृत के प्रकांड विद्वान थे और हाल ही में उन्होंने अपनी 100 वर्ष की आयु पूरी की थी। वह प्रधानाचार्य के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। इससे पहले स्वाधीनता संग्राम में उनका विशेष योगदान रहा।

अंग्रेजों को भारत से खदेड़ने में निभाई थी महत्वपूर्ण भूमिका

अंग्रेजों से लोहा लेने के लिए उन्होंने बिलासपुर के स्वतंत्रता सेनानियों नरोत्तम दास शास्त्री, संत राम संत व दौलतराम संख्यान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य किया और अंग्रेजों को भारत से खदेड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ठाकुर दत्त शास्त्री उच्च कोटि के पुरोहित रहे और बिलासपुर में आई.टी.आई. के समीप उनका निवास स्थान था। प्रशासन की ओर से उनके निधन पर दी जाने वाली सम्मान राशि भी उनके घर पहुंचाई गई। इस अवसर पर अखिल भारतीय स्वतंत्रता सेनानी समिति की सदस्य और हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष प्रेमी देवी शास्त्री ने भी शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की। पूर्व विधायक एवं जिला कांग्रेस कमेटी के प्रधान बंबर ठाकुर भी संवेदना प्रकट करने के लिए मोक्ष धाम पहुंचे हुए थे।

शास्त्री के बड़े बेटे प्रिंसीपल पद से हुए हैं सेवानिवृत्त

ठाकुर दत्त शास्त्री के 2 बेटे और 2 बेटियां हैं। उनके बड़े बेटे सीनियर सैकेंडरी स्कूल में प्रिंसीपल पद से सेवानिवृत्त हुए हैं जबकि छोटे बेटे ने अपना व्यवसाय किया है। ठाकुर दत्त शास्त्री के निधन पर बिलासपुर के विधायक सुभाष ठाकुर, पूर्व सांसद सुरेश चंदेल, नयनादेवी के विधायक रामलाल ठाकुर सहित अन्य नेताओं ने भी शोक प्रकट किया है। वहीं बिलासपुर की समाजसेवी संस्थाओं ने भी अपने शोक संदेश में शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है।

Vijay