वाह रे सरकार: बच्चों को अब तक नहीं दी वर्दी, शिक्षक भी बैठे बैग के इंतेजार में

Thursday, Nov 28, 2019 - 03:17 PM (IST)

चम्बा (ब्यूरो): मुफ्त वर्दी योजना के तहत कई स्कूलों के विद्यार्थियों को अब तक वर्दी नहीं मिली है जबकि शैक्षणिक सत्र खत्म होने को है, वहीं इन दिनों सरकार बी.आर.सी.सी. कार्यालयों में निष्ठा कार्यक्रम के तहत कार्यशालाएं आयोजित कर रही है। इन कार्यशालाओं में भाग लेने वाले शिक्षकों को बैग व पानी की बोतलें उपलब्ध करवाई जा रही हैं। स्कूल प्रवक्ता संघ ने इसे अनावश्यक व्यय करार देते हुए इसका विरोध किया है। सरकार से इस मद पर किए जाने वाले अनावश्यक व्यय को स्कूलों की अधोसंरचना विकास पर खर्च करने का आग्रह किया है, साथ ही विद्यार्थियोंको वर्दी जल्द मुहैया करवाने की मांग भी की है।

स्कूल प्रवक्ता संघ के जिला महासचिव राजेश ठाकुर ने कहा कि निष्ठा कार्यक्रम के तहत कार्यशालाएं आयोजित होने से स्कूलों में पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है। परीक्षा के समय इस तरह की कार्यशालाएं करवाने से शिक्षा की गुणवत्ता नहीं बढ़ेगी उलटा विद्यार्थियों की परीक्षा पर विपरीत असर पड़ेगा। संघ के जिलाध्यक्ष दीप सिंह खन्ना ने सरकार से स्कूल प्रवक्ता से प्रधानाचार्य पद पर पदोन्नति कोटा 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 प्रतिशत करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि 23 नवम्बर, 2018 को पालमपुर में आयोजित संघ के राज्य सम्मेलन में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोटा बढ़ाने की घोषणा की थी।

उन्होंने पी.टी.ए. अनुबंधित व लैफ्ट आऊट पैरा अध्यापकों को नियमित करने व 3 वर्ष के अनुबंध के बाद नियमित होने वाले सभी प्रवक्ताओं को वेतन आयोग द्वारा अनुमोदित 16290 रुपए वेतनमान देने की अपील की है। इन्हें नियमितीकरण के समय 14500 रुपए वेतन दिया जा रहा है। इससे उन्हें वित्तीय नुक्सान हो रहा है। इसके अलावा नए स्कूल प्रवक्ता पर थोपी गई छठी से आठवीं कक्षा पढ़ाने की शर्त को हटाया जाए, 2003 से पूर्व नियुक्त अनुबंधित प्रवक्ताओं को कोर्ट के निर्णय अनुसार पैंशन व जी.पी.एफ. में शामिल किया जाए तथा उपनिदेशक कार्यालय में विज्ञान पर्यवेक्षक का पद प्रवक्ता से भरा जाए। उन्होंने इन सभी मांगों को अविलंब पूरा करने का आग्रह किया है।

kirti