बीमा पॉलिसी के नाम पर बुजुर्ग से धोखाधड़ी, शातिरों ने लगाई 18 लाख की चपत

Tuesday, Apr 23, 2019 - 10:16 PM (IST)

सोलन: नालागढ़ के तहत रंगुवाल राजपुरा निवासी एक 78 वर्षीय बुजुर्ग से बीमा पॉलिसी के नाम पर करीब 18 लाख रुपए ऐंठ लिए। बाद में बुजुर्ग को धमकी दी कि यह जो इन्वैस्टमैंट की हुई है, यह कंपनी पाकिस्तान में टैररिस्टों को फंडिंग करती है और पी.एम.ओ. से ऑर्डर आया है कि जिन्होंने इस कंपनी में पैसे लगाए हैं, उन सबको उठा लो और फिर जमानत के नाम पर भी पैसे ऐंठ लिए। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मामला हरिदास गौड़ शर्मा (78) साल पुत्र नंदलाल गौड़ शर्मा निवासी गांव रंगुवाल, डा. राजपुर की शिकायत पर दर्ज किया गया है।

पॉलिसी एजैंट से करवाई थी बीमा पॉलिसी

उसने बताया कि उसने एक बीमा पॉलिसी राकेश ठाकुर पॉलिसी एजैंट से करवाई थी, जो उस बैंक में मुलाजिम था। इस पॉलिसी में 50,000 रुपए 26 अक्तूबर, 2015 को जमा करवाए थे। करीब 3 महीने बाद बीमा कंपनी के हैड ऑफिस से एक कर्मचारी गौरव भाटिया से बात हुई और उसने कहा कि कंपनी शेयर मार्कीट में पैसा लगाती है, जिससे शेयर मार्कीट कभी ऊपर कभी नीचे जाती है। यह बात सुनकर उसने पैसा वापस करने की बात कही। उसके बाद सतनाम सिंह से बात करवाई और कहा कि कंपनी का मुनाफा काटकर अपने पैसे वापस ले लें। सतनाम सिंह ने थोड़ा रुककर पैसा वापस करवाने की बात कही।

2 महीने बाद फिर आया फोन

बुजुर्ग ने बताया कि 2 महीने बाद मुझे फिर फोन आया कि आपके पैसे पर 35,000 रुपए मुनाफा लगा दिया है व पैसा तभी वापस होगा जब किसी दूसरी कंपनी में निवेश दिखाओगे और उसके लिए उसे 3 कंपनियां बताईं। उसके एक महीने बाद सतनाम सिंह ने कहा कि इसकी 10 साल की मियाद को खुली मियाद में बदल देता हंू। इसके लिए जो 5 लाख रुपए आपने 10 साल में देने हैं, कुछ एलीवेट के तहत व कुछ मेरे वृद्धाश्रम के तहत दे दो। एलीवेट सर्विस के तहत पौने 2 लाख रुपए 26 मई, 2016 को जमा करवा दिए, बाकी उन्होंने किसी वृद्धाश्रम के नाम पर ले लिए, जिसको वह खुद चलाता था।

जी.एस.टी. भरने के नाम पर ले लिए 8 लाख रुपए

थोड़े समय बाद सतनाम सिंह का देहांत हो गया। उसकी जगह राम लाल शर्मा व साथ में उसके सहायक शंकर लाल आए और जी.एस.टी. भरने के नाम पर उससे सवा 8 लाख रुपए ले लिए। उसके बाद उन्होंने कहा कि सतनाम सिंह ने कृषि के पेपर बनवाए थे, वे गलत हैं और अब दोबारा पेपर बनवाने हैं। कृषि पेपरों के नाम पर डेढ़ लाख रुपए फिर ले लिए।

फिर आया धमकी भरा फोन, जमानत के नाम पर लिए 30,000

उसके बाद एक फोन आया, जिससे मुझको धमकी दी गई कि आपने जो इन्वैस्टमैंट की हुई है, यह कंपनी पाकिस्तान में टैररिस्टों को फंडिंग करती है और पी.एम.ओ. से ऑर्डर आया है कि जिन्होंने इस कंपनी में पैसे लगाए हैं, उन सबको उठा लो। कल को क्राइम की टीम आपके पास आ रही है, कहीं भागना मत मकोका लग जाएगा व फिर जमानत के नाम पर 30,000 रुपए ले लिए। शिकायतकर्ता के अनुसार उससे 17-18 लाख रुपए ले लिए। ए.एस.पी. बद्दी एन.के. शर्मा ने बताया कि पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी है।

Vijay