ऊना में अब एक और सोसायटी में करोड़ों का घोटाला, खाताधारकों में मचा हड़कंप

Tuesday, Sep 10, 2019 - 09:43 PM (IST)

ऊना (सुरेन्द्र): जिला की एक और कृषि सहकारी सभा में वित्तीय अनियमितताओं की आहट से सहकारी सभाओं की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। कटौहड़ खुर्द, नंगल जरियालां और दियोली सहकारी सभा में करोड़ों रुपए के गबन के मामलों के बाद एक और सोसायटी विवादों के घेरे में है। कृषि सहकारी सभा में प्रारंभिक तौर पर सामने आई वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में एक रिपोर्ट संबंधित निरीक्षक सहकारी सभाएं ने असिस्टैंट रजिस्ट्रार (एआर) को-आप्रेटिव सोसायटी ऊना को भेज दी है। हालांकि विभाग मामले में कोई भी खुलासा करने से कतरा रहा है। एआर भी जानकारी न होने की बात कर रहे हैं जबकि उनके कार्यालय में एक सप्ताह पहले कृषि सहकारी सभा की रिपोर्ट भेजी जा चुकी है।

पंचायत स्तर पर भी पहुंच चुका है मामला

बताया जा रहा है कि करोड़ों रुपए की वित्तीय अनियमितताओं का खुलासा होने के बाद खाताधारकों में हड़कंप मच गया है। संबंधित निरीक्षक सहकारी सभाओं ने कृषि सहकारी सभा की समिति को भी रिपोर्ट दे दी है। इसके बाद पंचायत स्तर पर भी मामला पहुंच चुका है। ग्राम पंचायत ने भी इस मामले में चेतावनी जारी कर दी है। सभी खातों को सही करने तथा अनियमितताएं दूर करने के फरमान जारी कर दिए हैं। संबंधित सहकारी सभा के सचिव ने भी कुछ दिनों का समय मांगा है ताकि वह कथित वित्तीय अनियमितताओं को खत्म कर सकें। 

ऋणों की नहीं हो रही रिकवरी

इस मामले को लेकर क्षेत्र में खूब चर्चा है। बताया जा रहा है कि सहकारी सभा ने करोड़ों रुपए के ऋण भी दिए हैं जिनकी रिकवरी नहीं हो रही है। इसके अतिरिक्त बचत खातों सहित एफडीआर के नियमों का भी पालन नहीं किया गया है। कृषि सहकारी सभा में खाताधारकों में मामले को लेकर बेचैनी है। लोगों की खून पसीने की कमाई सहकारी सभा में जमा है। मामले का पता चलने के बाद लगातार लोग कृषि सहकारी सभा के पास पहुंचना आरंभ हो गए हैं। बताया जा रहा है कि कृषि सहकारी सभा के खातों का लेखा-जोखा करने वाले संबंधित इंस्पैक्टर को जब इस मामले की भनक लगी तो उन्होंने एआर ऑफिस को इसकी रिपोर्ट कर दी है।

विशेष ऑडिट में होगा मामले का खुलासा

वास्तव में पूरा मामला क्या है और क्या-क्या वित्तीय अनियमितताएं हुई हैं इसका खुलासा विशेष ऑडिट में होगा। खातों की जांच करने के बाद कलई खुलेगी कि सचिव ने किन नियमों का पालन नहीं किया है। ऋण कितने दिए गए हैं और उनकी वापसी क्यों नहीं हो पा रही है। यही नहीं बचत खातों और एफडीआर को लेकर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं। अंदरूनी तौर पर सहायक पंजीयक कार्यालय में भी संबंधित अधिकारियों के हाथ-पांव फूलना शुरू हो गए हैं। विभाग मामले पर कुछ भी खुलकर बोलने से गुरेज कर रहा है। हालांकि ऑफ द रिकार्ड आफिस ने मामले की उपरोक्त स्वीकृति दी है।

अनियमितताओं की नहीं पहुंची रिपोर्ट

सहायक पंजीयक (एआर) सुरेन्द्र वर्मा ने कहा कि अभी तक उनके पास कृषि सहकारी सभा में वित्तीय अनियमितताओं की कोई रिपोर्ट नहीं पहुंची है। वह कुछ दिनों से जनमंच कार्यक्रमों की वजह से व्यस्त थे। इस कारण उन्होंने कोई भी रिपोर्ट नहीं देखी है। वह पता करेंगे कि किस सोसायटी का क्या मामला है।

Vijay