सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी करने वाली गैंग का पर्दाफाश, 2 गिरफ्तार

Sunday, Sep 01, 2019 - 09:04 PM (IST)

बीबीएन: हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती में फर्जीवाड़े का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि अब नालागढ़ में भी एक ऐसी गैंग का पर्दाफाश हुआ है, जिसने करीब 45 युवाओं से सरकारी नौकरी के नाम पर लाखों रुपए ऐंठ लिए। नालागढ़ में दर्ज हुए मामले में एक व्यक्ति से उसके लड़के-लड़कियों को सरकारी नौकरी दिलाने की एवज में 10 लाख रुपए ऐंठ लिए गए। आरोपी जाली नियुक्ति पत्र भी दे देते थे। पुलिस ने इस गैंग के 2 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि मुख्य आरोपी अभी पुलिस गिरफ्त में नहीं आ पाया है, जिसके खिलाफ जिला बिलासपुर के घुमारवीं व तलाई में भी मामले दर्ज हैं।

न नौकरी लगवाई और न पैसे लौटाए

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सुरेश कुमार पुत्र बालक राम निवासी गांव व डाकघर पंजैहरा नालागढ़ ने शिकायत दर्ज करवाई कि चंद्रशेखर व रोहित उर्फ रिंकू ने गैर-कानूनी तरीके व बदनियती के चलते उसके साथ धोखाधड़ी का प्लान तैयार किया और जनवरी, 2018 में चंद्रशेखर के घर पर बुलाया तथा उसके भोलेपन का नाजायज व गलत लाभ उठाते हुए उसे गुमराह किया कि उसके लड़के व लड़कियों को अच्छी नौकरी दिला देंगे। इन दोनों ने उससे 10 लाख रुपए हड़प लिए लेकिन आज दिन तक इन लोगों ने न तो उसके किसी बच्चे को नौकरी लगवाई और न ही उसका पैसा लौटाया।

एक ने 45 तो दूसरे ने 4 लोगों से पैसे लेने की कबूली बात

डीएसपी नालागढ़ चमन लाल ने बताया कि पुलिस गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है और एक आरोपी ने करीब 45 लोगों व एक ने करीब 4 लोगों से सरकारी नौकरी दिलाने की एवज में पैसे लेने की बात कबूली है। उन्होंने बताया कि आरोपी लोगों को जाली नियुक्ति पत्र भी दे देते थे। उन्होंने बताया कि ये आरोपी लोगों से लिए गए पैसे मुख्य आरोपी रोहित को भेजते थे और कुछ पैसे अपने पास रखते थे।

मुख्य आरोपी की तलाश जारी

एसपी बद्दी रोहित मालपानी ने बताया कि पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर करके 2 आरोपियों चंद्रशेखर पुत्र रमेश चंद निवासी महादेव, डाकघर रेडू, तहसील नालागढ़ व गगनदीप पुत्र मोहन लाल निवासी हटड़ा, डाकघर झझरा, तहसील नालागढ़ को गिरफ्तार कर लिया है और मुख्य आरोपी की तलाश जारी है। उन्होंने बताया कि इस गैंग ने काफी लोगों से सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए ऐंठे हैं।

Vijay