Fraud : फर्जी कागजों से मुआवजा राशि हड़पने की कोशिश

Tuesday, Jan 24, 2017 - 09:53 PM (IST)

राजगढ़: जिला सिरमौर में प्रस्तावित करीब 6 हजार करोड़ से बनने वाले 26 किलोमीटर लंबे बांध रेणुका जी बांध परियोजना के अंतर्गत आने वाले किसानों व अन्य हकदारों को भूमि का मुआवजा आबंटित करने का कार्य जोरों पर चल रहा है लेकिन इस दौरान क्षेत्र में कुछ मामले ऐसे भी सामने आने लगे हैं जिसमें साजिश रचकर विभागीय अधिकारियों के पास गलत दस्तावेज पेश कर व कुछ वर्ष पूर्व राजस्व रिकार्ड के साथ छेड़छाड़ करके करोड़ों रुपए की मुआवजा धनराशि पर हाथ साफ  करने के प्रयास किए जा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला राजगढ़ की ग्राम पंचायत काथली भरण के अंटू बाग स्थित शिव मंदिर में सामने आया है।

धरा का धरा रह गया धनराशि हड़पने का प्लान
यहां कथित तौर पर असली हकदार की मुआवजा धनराशि को कुछ स्थानीय लोगों ने साजिश रचकर हड़पना चाहा लेकिन जिस दिन कोटला मांगन के स्कूल प्रांगण में रेणुका जी डैम प्रबंधन द्वारा इस क्षेत्र प्रभावितों को मुआवजा धनराशि के चैक बांटे जाने थे उसी दिन जमीन के असली हकदार अंटू बाग मंदिर व माता रेणुका जी संन्यास आश्रम के महंत मोहन पूरी भी यहां पहुंच गए जिस कारण कुछ स्थानीय लोगों द्वारा लगभग एक करोड़ रुपए से भी अधिक मिलने वाली मुआवजा धनराशि को हड़पने का प्लान धरा का धरा रह गया। 

महंत ने पेश किए दस्तावेज
महंत मोहनपूरी ने यहां मौजूद संबंधित अधिकारियों को संबंधित दस्तावेज पेश कर दिए जिससे यह स्पष्ट हो रहा था कि इस मुआवजा धनराशि में साजिश रची गई है तथा संबंधित अधिकारियों ने इस मुआवजा धनराशि पर अनिश्चितकाल के लिए मौके पर ही रोक लगा दी। रेणुका जी बांध परियोजना के डी.जी.एम. देशराज शर्मा ने बताया कि इस मामले में स्थिति स्पष्ट होने तक इस मुआवजा धनराशि को जारी करने पर रोक लगा दी गई है।

मुझे जान का है खतरा : महंत
वहीं महंत मोहनपुरी ने मीडिया को दिए गए बयान में कहा कि राजगढ़ की ग्राम पंचायत काथली भरण के गांव कोटला के कुछ शातिर लोगों ने मिलकर उन्हें मिलने वाली रेणुका डैम की मुआवजा धनराशि को हड़पने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण को उन्होंने संबंधित अधिकारियों के समक्ष उठाया है तथा अपना मजबूत पक्ष रखने के लिए उनके पास पुख्ता दस्तावेज मौजूद हैं जिसमें से कुछ दस्तावेज वह संबंधित अधिकारियों को भी दे चुके हैं जबकि अन्य संबंधित दस्तावेज भी वह शीघ्र पेश करेंगे। उन्होंने कहा कि इन लोगों से उन्हें जान का खतरा भी है तथा कुछ वर्ष पूर्व वह ऐसा ही एक प्रयास कर भी चुके हैं।