मेरे ऊपर न सौदेबाजी, न भितरघात और न बिकने के आरोप : प्रवीण

Wednesday, Jun 19, 2019 - 11:17 PM (IST)

पालमपुर (भृगु): अक्सर लोग मुझसे सवाल करते हैं कि आप क्या कर रहे हैं। मैं सभी को यह कहता हूं कि मैं वही कर रहा हूं जो पहले करता था, न मेरा पहले कोई बिजनैस या फैक्टरी थी जो टिकट न मिलने या आजाद चुनाव लडऩे के कारण बंद हो गई। समाज सेवा मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता यही मेरी दिनचर्या है इसी के अनुरूप प्रतिदिन कार्य कर रहा हूं। यह बात पूर्व भाजपा विधायक प्रवीण शर्मा ने एक विशेष भेंट में कही।

मेरी वापसी का विरोध करने वालों को मेरे अतीत के बारे में जानकारी नहीं

भाजपा में पुन: एंट्री को लेकर विरोध पर पूर्व विधायक ने कहा कि जिस किसी व्यक्ति ने भी मेरी पार्टी में घर वापसी को लेकर विरोध किया या समर्थन किया उन सभी का आभार व्यक्त करता हूं। हो सकता है कि विरोध करने वालों को मेरे अतीत के बारे में जानकारी न हो। इसी को लेकर मेरा 31 वर्ष का राजनीतिक सफर घुंघट के पट खोल जिसमें मैंने स्पष्ट किया है कि सत्ता की चाह नहीं, विकास का सपना टूटने की टीस शीर्षक से एक छोटी सी किताब लिखी है आखिर मेरा कसूर क्या उसके बाद विरोध पर अपनी प्रतिक्रिया दूंगा।

लोगों में एक चर्चा आम रही कि यदि आपने आजाद प्रत्याशी के रूप में चुनाव नहीं लड़ा होता तो आप लोकसभा का चुनाव लड़ते तथा सांसद बनते?  

उन्होंने कहा कि प्रश्र काल्पनिक है, सभी निर्णय इंसान नहीं लेता कुछ निर्णय समय भी लेता है। उस वक्त यदि गलत निर्णय के विरुद्ध अपार संख्या में जनता मेरे घर में नहीं आती और उन्हीं में से 198 पार्टी के छोटे-बड़े पदाधिकारी वाकायदा पार्टी से त्यागपत्र देकर मुझे चुनाव लड़ने के लिए बाध्य नहीं करते तो यह दुर्घटना नहीं घटती। आखिर मेरे ऊपर सौदेबाजी, भितरघात या बिकने का आरोप तो नहीं है।

राजनीति के साथ-साथ आप एक स्वयंसेवी संस्था इंसाफ का नेतृत्व भी कर रहे हैं, क्या उद्देश्य हैं इस संस्था के?

उन्होंने कहा कि संस्था के माध्यम से बेसहारा गौधन के लिए गौसदन बनाने, धौलाधार पर्यटन, चंद्रशेखर वाटिका व विधवा बेसहारा महिलाओं को स्वरोजगार से जोडऩे के प्रोजैक्ट तैयार किए हैं जिन्हें स्वीकृति के लिए भेजा गया है।

पालमपुर में यातायात व्यवस्था तथा पार्किंग समस्या एक बड़ी समस्या

पालमपुर में यातायात व्यवस्था तथा पार्किंग समस्या एक बड़ी समस्या बन चुकी है, पूर्व विधायक कहते हैं कि जब तक पालमपुर नगर परिषद को नगर निगम का दर्जा नहीं मिल जाता तब तक यह समस्या यथावत बनी रहेगी। यह समय की पुकार है कि पालमपुर को नगर निगम बनाया जाए। उन्होंने कहा कि नगर निगम का मसौदा पूरी तरह से तैयार है मात्र राजनीतिक इच्छा शक्ति चाहिए।

Vijay