Viral Video पर वन मंत्री ने लिया कड़ा संज्ञान, नेपालियों को पीटने वालों को दी ये सजा

Friday, Feb 02, 2018 - 10:02 PM (IST)

शिमला: वन मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने नेपालियों की पिटाई के वायरल हुए वीडियो पर कड़ा संज्ञान लिया है। उन्होंने पिटाई में संलिप्त कर्मचारियों को तत्काल बदलने के निर्देश दिए तथा इस घटना की अरण्यपाल से जांच करवाने के निर्देश भी दिए हैं। इस वीडियो में रामपुर में वन विभाग के 2 से 3 कर्मचारी हाथ-पांव और डंडों से 2 नेपाली मजदूरों की बेरहमी से पिटाई कर रहे हैं। वन मंत्री ने कहा कि इस तरह की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं। प्रदेश सरकार सभी नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। सरकारी कर्मचारियों को कानून को अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक से भी बात की गई है। उन्हें नेपाली मजदूरों के बयान लेकर मामला दर्ज करने को भी कहा गया है। 

दुर्भाग्यपूर्ण है मजदूरों की पिटाई का मामला
उन्होंने कहा कि खनन के नाम पर गरीब मजदूरों की पिटाई का यह मामला दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि विभाग को ऐसे मामलों से निपटने के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। उन्होंने वन विभाग को इसमें संलिप्त कर्मचारियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अरण्यपाल द्वारा जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी संलिप्त बताया जाता है तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। नेपालियों की पिटाई का ये वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। 

विभाग को जांच रिपोर्ट का इंतजार 
उधर, पी.सी.सी.एफ. फोरैस्ट जी.एस. गौरेया ने बताया कि जैसे ही उन्हें वायरल वीडियो की सूचना मिली। उन्होंने चीफ कंजरवेटर रामपुर को जांच के निर्देश दे दिए हंै। अब जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।