Himachal: प्राकृतिक आपदा की मार झेल रही देवभूमि पर अब ''वन माफिया'' का कहर! हरे-भरे पेड़ों काे बनाया जा रहा निशाना

punjabkesari.in Saturday, Sep 20, 2025 - 01:30 PM (IST)

कुल्लू (धनी राम): प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे देवभूमि कुल्लू के सामने अब एक और बड़ा संकट खड़ा हो गया है। जिले के जंगलों में वन माफिया एक बार फिर सक्रिय हो गया है और सर्दी का मौसम शुरू होने से पहले ही अवैध कटान को अंजाम दिया जा रहा है। इस अवैध कटान के कारण न केवल जैव विविधता को नुकसान पहुंच रहा है, बल्कि जलवायु परिवर्तन, मिट्टी का कटाव और बाढ़ जैसी आपदाओं का खतरा भी बढ़ गया है।

बदल रहा मौसम, घट रही बर्फबारी
स्थानीय लोगों का कहना है कि लगभग तीन दशक पहले तक कुल्लू के ग्रामीण इलाकों में सर्दियों में भारी बर्फबारी होती थी, जो अब न के बराबर रह गई है। इसका मुख्य कारण जंगलों का लगातार सफाया होना है। वनों के कटान से पहाड़ों पर बर्फ ठहर नहीं पाती, जिससे जल स्रोत भी प्रभावित हो रहे हैं।

बालन की आड़ में हरे पेड़ों पर चल रहा आरा
सूत्रों के अनुसार कुल्लू घाटी में वन माफिया ने ठंड की दस्तक से पहले ही अपना काम शुरू कर दिया है। कई जगहों पर जलाने वाली लकड़ी (बालन) इकट्ठा करने की आड़ में हरे-भरे पेड़ों पर आरियां चल रही हैं। वहीं, कुछ गिरोह रात के अंधेरे में देवदार और कायल जैसी बेशकीमती इमारती लकड़ियों की तस्करी कर रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि वन विभाग की कथित निष्क्रियता के कारण वनकाटुओं के हौसले बुलंद हैं और वे बिना किसी डर के इस काम को अंजाम दे रहे हैं।

पर्यावरण प्रेमियों ने उठाई आवाज
इस गंभीर मुद्दे पर चिंता व्यक्त करते हुए पर्यावरण प्रेमी रोहित, दिनेश, किशन लाल, अभिषेक, कुलदीप, संजू, दुनी चंद, अमर चंद ठाकुर, राजीव, देवेंद्र और राजेश कुमार ने कहा कि कुल्लू घाटी में अवैध कटान लगातार बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हर साल सर्दियों में अवैध कटान तेज हो जाता है, लेकिन इस बार तो सर्दी आने से पहले ही जंगल कटने लगे हैं। यही अवैध कटान देवभूमि में आ रही प्राकृतिक आपदाओं का एक बड़ा कारण है। उन्होंने वन विभाग से मांग की है कि वन क्षेत्रों में गश्त तत्काल बढ़ाई जाए, ताकि इस पर रोक लग सके।

विभाग ने दी अपनी सफाई
इस मामले पर जब वन अरण्यपाल (कुल्लू) संदीप शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जिला कुल्लू के जंगलों में अवैध कटान होने की कोई आधिकारिक सूचना विभाग को नहीं मिली है। जंगलों में अवैध कटान रोकने के लिए फील्ड स्टाफ को कड़े निर्देश दिए गए हैं। हम लोगों से भी अपील करते हैं कि यदि उन्हें कहीं अवैध कटान की जानकारी मिलती है तो वे तुरंत वन विभाग को सूचित करें, ताकि वन माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।


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Vijay

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