​​​​​​​गश्त पर गए वन रक्षकों पर वन माफिया का हमला, खैर के 41 मौछों सहित एक गिरफ्तार

Tuesday, Jan 23, 2018 - 07:01 PM (IST)

इंदौरा (अजीज खादिम): इंदौरा क्षेत्र में वन माफिया के हौसले बुलंद हैं। यहां विभाग द्वारा बार-बार कारवाई के बावजूद अवैध वन कटान रुकने का नाम नहीं ले रहा। वन माफिया यहां इतना बेखौफ है कि अब वे वन रक्षकों पर हमला करने तक के प्रयास कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला खंड इंदौरा के अंतर्गत राजगीर बीट में गत रात पेश आया। जहां वन रक्षक विनय कटोच, नीरज पठानिया, दविंद्र सिंह व रविंद्र कुमार जब रात्रि लगभग 3 बजे गश्त पर थे तो इंदौरा के गांव संजवां में सड़क के साथ लगते जंगल में नाले की तरफ खैर के 3 मौछे पड़े हुए थे, जिस पर उन्हें शक हुआ।

झाडिय़ों में छिपे व्यक्ति ने डंडे से किया हमला
जब वे जंगल में थोड़ा आगे जा ही रहे थे कि झाडिय़ों में छिपे वन माफिया का एक व्यक्ति ने अचानक डंडे से रविंद्र कुमार पर वार करने का प्रयास किया लेकिन अन्य वन रक्षकों ने उसे पकड़ लिया। उक्त आरोपी ने वन रक्षकों से हाथापाई कर भागने का प्रयास किया लेकिन वन रक्षक दल को पीछे से बैकअप दे रही वनखंड अधिकारी तिलक राज व चैन सिंह के नेतृत्व में सुरेंद्र शर्मा, अंशुल कुमार, वन कार्मिक देस राज की टीम वहां पहुंच गई और आरोपी को पकड़ लिया। इतने में जंगल में कटान कर रहे वन माफिया गिरोह के अन्य सदस्य शोर सुनकर अंधेरे का लाभ उठाकर वहां से फरार हो गए।

लाखों में है पकड़ी गई लकड़ी की कीमत 
उल्लेखनीय है कि एक सप्ताह पहले ही वन अधिकारी से मारपीट मामले में इंदौरा न्यायालय द्वारा सजा सुनाई गई है, बावजूद इसके वन माफिया सबक लेने की बजाय अवैध कटान कर रहा है। 4 दिन पहले ही विभाग ने यहां पंजाब के 4 लोगों को अवैध मामले में गिरफ्तार किया था। वन परिक्षेत्र अधिकारी कुलदीप संबयाल ने बताया कि उक्त गिरोह ने खैर के 9 पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलाई है, जिसके 41 मौछे बरामद कर लिए गए हैं, जिनकी कीमत 3.35 लाख रुपए आंकी गई है। 

पंजाब का रहने वाला है आरोपी
उक्त घटना की सूचना वन विभाग द्वारा पुलिस थाना इंदौरा में दी गई, जिस पर पुलिस टीम ने मौके पर पहुंच कर पकड़े गए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए माल को विभाग ने जब्त कर लिया है। पकड़े गए आरोपी की पहचान गुरप्रीत सिंह (27) पुत्र बलबीर सिंह निवासी देहरीवाल तहसील दसुया जिला होशियारपुर (पंजाब) के रूप में हुई हैैै। फिलहाल आरोपी के विरुद्ध वन अधिनियम 32, 33 व भारतीय दंड संहिता 379, 34 के तहत मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही है।

वन रक्षकों को दिए जाएं हथियार : आर.ओ.
वन रक्षकों से हाथापाई मामले पर वन परिक्षेत्र अधिकारी कुलदीप सम्बयाल ने कहा कि रात के समय जंगलों में गश्त करना अब वन रक्षकों के लिए खतरे से खाली नहीं है, ऐसे में उन्होंने प्रेस के माध्यम सरकार से मांग की है कि जिस तरह से वन माफिया अब वन रक्षकों पर भी हमला करने की हिम्मत कर रहे हैं, ऐसे में वन रक्षकों को लाइसैंस व आधुनिक हथियार मुहैया करवाए जाने चाहिएं। उन्होंने कहा कि वन माफिया को किसी सूरत बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।