आग में झुलसे फोरैस्ट गार्ड की पीजीआई में मौत, परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

Tuesday, May 24, 2022 - 09:34 PM (IST)

ऊना (सुरेन्द्र): जिस परिवार को अपने मुखिया के ड्यूटी से लौटने का इंतजार था वह हमेशा की नींद में लेटा एम्बुलैंस के जरिए घर पहुंचा तो हर दिल पसीज उठा व आंखें नम हो गईं। कुटलैहड़ क्षेत्र के गांव बदौली में ज्यों ही फोरैस्ट गार्ड राजेश कुमार की पार्थिव देह आई तो चीखोपुकार से माहौल पूरी तरह से गमगीन हो गया। कहां राजेश कुमार का इंतजार घर में हो रहा था कि कब वह ड्यूटी से घर लौटे तो एक साथ परिवार खाना खाए लेकिन जब खबर आई कि कुटलैहड़ क्षेत्र के सैली में बिना किसी उपकरण के आग बुझाते फोरैस्ट गार्ड राजेश कुमार बुरी तरह से झुलस गए हैं तो परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। उम्मीद थी कि पीजीआई में वह स्वस्थ हो जाएंगे, इसके लिए दुआएं भी चल रही थीं और दवाएं भी लेकिन यह उम्मीद सोमवार रात्रि तब टूट गई जब जख्मों की ताव न सहते हुए वनरक्षक राजेश कुमार हमेशा के लिए दुनिया को अलविदा कह गए।

परिवार के साथ वन विभाग के कर्मी भी रोए
राजेश कुमार का कसूर इतना था कि वह अपने दायित्व का निर्वहन कर रहे थे। कुछ क्षण के लिए तो मानो काल ही आ गया जब राजेश कुमार सहित अन्य 2 कर्मी आग बुझा रहे थे कि इसी दौरान तेज तूफान ने इस जांबाज वन कर्मी को घेर लिया। इससे पहले कि वह बच पाते उनके कपड़ों में आग लग चुकी थी। घटनास्थल से अस्पताल भी काफी दूर था और जब तक कि उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया तब तक वह काफी बदहाल हो चुके थे। राजेश कुमार अपने पीछे पत्नी और 2 बच्चों (एक बेटा व एक बेटी) को छोड़ गए हैं। जब राजेश कुमार की पार्थिव देह घर पहुंची तो परिवार में चीखोपुकार मच गई जोकि पूरे गांव में सुनाई दे रही थी। न केवल उनका परिवार रोया बल्कि गांव सहित सभी वन विभाग के कर्मी भी साथ में रोए। वर्दी में राजेश कुमार के घर के आंगन में बैठे जिला भर के फोरैस्ट गार्ड, रेंजर और अन्य वन कर्मियों की आंखें भी भर आईं। उनका एक साथी हमेशा के लिए बिछड़ गया। न कोई जंगल को आग के हवाले करता न एक अमूल्य जान चली जाती। 

सरकार करे परिवार की आर्थिक सहायता
कुटलैहड़ ब्लाॅक कांग्रेस अध्यक्ष विवेक विक्कू भी बदौली पहुंचे और उन्होंने श्रद्धांजलि देने के बाद कहा कि सरकार इस परिवार की आर्थिक सहायता करे और इस परिवार को हरसंभव मदद दे। 

डीएफओ ने स्टाफ के साथ प्रवेश द्वार मैहतपुर में दी श्रद्धांजलि
डीएफओ ऊना मृत्युंजय माधव ने अपने पूरे स्टाफ के साथ प्रदेश के प्रवेश द्वार मैहतपुर में शहीद राजेश कुमार को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह बदौली पहुंचे। उन्होंने कहा कि विभाग के लिए यह बड़ी क्षति है। इस वन कर्मी ने अपने देश के लिए प्राणों की आहुति दी है। इनका बलिदान कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।

सरकार रखेगी शहीद के परिवार के हितों का ध्यान : वीरेंद्र कंवर
कैबिनेट मंत्री वीरेन्द्र कंवर भी शोक प्रकट करने और श्रद्धांजलि देने के लिए गांव बदौली पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह सर्वोच्च बलिदान है। सरकार शहीद के परिवार के हितों का पूरा ध्यान रखेगी। वन मंत्री राकेश पठानिया खुद कल ऊना आएंगे और संस्कार में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी इस मामले पर दुख प्रकट किया है। परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जाएगी। 

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Content Writer

Vijay