वनरक्षक की मौत मामला : SIT ने घटनास्थल से जुटाए सबूत

Thursday, Jun 15, 2017 - 12:46 AM (IST)

करसोग: करसोग वन मंडल के जंगल में पेड़ पर मिले वन रक्षक के शव की गुत्थी को सुलझाने के लिए बुधवार को एस.आई.टी. की टीम ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। ए.एस.पी. मंडी कुलभूषण वर्मा की अगुवाई में डी.एस.पी. सुंदरनगर संजीव भाटिया, एच.एच.ओ. सदर (मंडी) सुनील कुमार, ए.एस.आई. शिव कुमार व हैड कांस्टेबल अच्छर सिंह ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। पुलिस की टीम ने उस पेड़ का काफी बारीकी से जायजा लिया, जिस पर वन रक्षक का शव बरामद हुआ है। इसके अलावा पेड़ के आसपास सबूत इकट्ठा करने का प्रयास किया। 

घटना स्थल की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी 
पुलिस ने घटना स्थल की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी करने के बाद मौके की जांच को पूरी करते हुए मामले को सुलझाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। वहीं दूसरी ओर डी.आई.जी. आसिफ जलाल ने हिरासत में लिए गए वन विभाग के बी.ओ., वन रक्षक व 4 अन्य लोगों से पूछताछ की। वहीं दूसरी ओर वन महकमे द्वारा गठित टीम ने भी उक्त जंगल का दौरा कर घटना स्थल का जायजा लिया। 

मामले में गंभीरता से जांच कर रही पुलिस
ए.एस.पी. कुलभूषण वर्मा ने बताया कि पुलिस इस मामले में गंभीरता से जांच कर रही है तथा तथ्यों के आधार पर कानूनी कार्रवाई को आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वन रक्षक की हत्या हुई है या फिर उसने किसी के दबाव में आकर आत्महत्या की है, इसका खुलासा एफ.एस.एल. की कैमिकल एनालिसिस रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगा। उन्होंने बताया कि इस मामले में हिरासत में लिए गए आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है तथा जल्द ही इस मामले से जुड़े अन्य लोगों को भी जांच में शामिल किया जाएगा। 

वन रक्षक को 2 दिन का पुलिस रिमांड
वन रक्षक हत्या मामले में गिरफ्तार किए गए वन रक्षक गिरधारी लाल को करसोग पुलिस ने आज जे.एम.आई.सी. कोर्ट करसोग में पेश किया, जहां से उसे 2 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। वन रक्षक मौत मामले में सुसाइड नोट के आधार पर करसोग पुलिस ने उक्त वनरक्षक को मंगलवार को हिरासत में लिया था। सुसाइड नोट में मृतक ने कतांडा बीट के पुराने वन रक्षक को दंड देने की बात लिखी है तथा इसी आधार पर करसोग पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।