वन विभाग की मेहनत लाई रंग, जंगल में आग की घटनाओं में आई कमी

Monday, Jul 15, 2019 - 03:41 PM (IST)

ऊना (अमित): जिला ऊना हिमाचल प्रदेश का सबसे गर्म जिला है, जिस कारण गर्मियों में जंगलों में आगजनी की घटनाएं सामने आती रही हैं और वन विभाग को हर वर्ष लाखों का नुक्सान झेलना पड़ता है लेकिन इस वर्ष फायर सीजन के मद्देनजर वन विभाग द्वारा शुरू किए गए विभिन्न कार्यक्रमों के तहत नुक्सान पर अंकुश पाने में कामयाबी मिली है। जिला ऊना में 21,238 हैक्टेयर फोरैस्ट क्षेत्र है, जिसमें हर साल आगजनी से लाखों का नुक्सान होता था।

लाखों से हजारों में पहुंचा नुक्सान

आंकड़ों पर नजर डालें तो वर्ष 2016 में आगजनी के 81 मामलों में 26 लाख से अधिक का नुक्सान हुआ है। वहीं 2017 में आग के 68 मामलों से करीब पौने 12 लाख का नुक्सान हुआ जबकि 2018 में आगजनी के मामलों का आंकड़ा बढ़कर 146 पहुंच गया था, जिससे करीब 19 लाख का नुक्सान वन विभाग को हुआ था लेकिन इस साल वन विभाग ने जागरूकता अभियान के साथ-साथ अन्य कार्यक्रम शुरू किए, जिससे यह आंकड़ा लाखों से हजारों में पहुंच गया और इस साल जंगलों में आगजनी के केवल 14 मामले ही सामने आए, जिसमें केवल 45 हजार के करीब नुक्सान हुआ है।

जुर्माना बढ़ाने से भू मालिकों ने आग लगाने से किया परहेज

जिला वन अधिकारी की मानें तो सरकारी जंगलों में अधिकतर आग लगने का कारण निजी भूमि पर लोगों द्वारा बिना अनुमति के आग लगाने से पेश आते थे। वन अधिकारी ने बताया कि इसमें विभाग द्वारा प्रति कनाल आग लगाने पर सिर्फ 50 रुपए जुर्माने का प्रावधान था, जिसे विभाग द्वारा इस बार बढ़ाकर 5 हजार रुपए प्रति कनाल किया गया। इससे निजी भूमि पर आग लगाने वाले भू मालिकों ने परहेज किया और वन विभाग से अनुमति लेकर ही अपनी भूमि पर आग लगाई।

चीड़ की 10 टन पत्तियों को इकट्ठा करके बेचा

वन अधिकारी की मानें तो इस बार निजी भूमि पर आग लगाने के लिए विभाग के पास 270 लोगों ने आवेदन किया था। वहीं जंगलों में आग को भड़काने का काम करने वाली चीड़ की करीब 10 टन पत्तियों को इकट्ठा करके बेचा गया। इस बार आग पर काबू पाने के लिए विभाग के कर्मियों के अलावा स्थानीय लोगों ने भी दिलचस्पी दिखाई, जिसमें 2530 वालंटियर ने वन विभाग के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया।

19 से 25 जुलाई तक चलेगा पौधरोपण अभियान

वन मंडलाधिकारी यशुदीप सिंह ने बताया कि विभाग द्वारा 19 से 25 जुलाई तक पौधरोपण अभियान शुरू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान विभिन्न विभागों और संस्थाओं के सहयोग से 229 हैक्टेयर भूमि पर 2 लाख से अधिक पौधे रोपे जाएंगे जबकि इसके अलावा ऊना से लेकर अम्ब तक रेलवे लाइन के किनारों पर भी करीब 60 हजार पौधे लगाए जाएंगे।

Vijay