फॉरेस्ट गार्ड हत्या मामला: बीओ सस्पेंड, पुलिस पूछताछ में खुल सकते हैं कई राज

Monday, Jun 12, 2017 - 11:40 AM (IST)

करसोग: मंडी जिला के वन मंडल करसोग में सेरी कतांडा जंगल में फॉरेस्ट गार्ड की मौत के मामले में पुलिस ने 5 लोगों को हिरासत में लिया है। करसोग पुलिस ने मामले की जांच को तेज करते हुए फॉरेस्ट गार्ड की जेब में मिले सुसाइड नोट के आधार पर वन विभाग के अधिकारी बी.ओ. और 4 अन्य लोगों को शनिवार देर रात हिरासत में लिया। हालांकि यह मामला सीधे तौर पर सुसाइड का लग रहा है लेकिन करसोग पुलिस इसे दूसरे पहलुओं से भी खंगाल रही है। मृतक की जेब में सुसाइड नोट व बैग में जहर की शीशी मिलने से मामला वहीं लग रहा है लेकिन जहर का सेवन करने के बाद वन रक्षक का शव पेड़ पर कैसे पहुंच गया, इसे सुलझाने के लिए पुलिस को पसीना बहाना पड़ रहा है। उसकी मौत के मामले में सुसाइड नोट में सुसाइड करने के लिए उकसाने वालों की फेहरिस्त में शामिल बी.ओ. (वन खंड अधिकारी) सहित 4 अन्य ग्रामीण पुलिस गिरफ्त में हैं।


3 दिन के पुलिस रिमांड पर  सभी आरोपी
थाना प्रभारी करसोग अश्विनी कुमार शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में बीओ तेज सिंह तथा महोग क्षेत्र से ताल्लुक रखने वाले घनश्याम पुत्र पदम देव, हेत राम पुत्र पूर्ण सिंह, अनिल कुमार पुत्र केशव राम व लाभ सिंह पुत्र इंद्र सिंह शामिल हैं। सुसाइड नोट के अलावा वन रक्षक की पर्सनल डायरी को भी खंगाल रही है। उसकी डायरी व सुसाइड नोट में अभी तक कोई समानता नहीं पाए जाने की खबर है। बकौल थाना प्रभारी पर्सनल डायरी में सिर्फ निजी हिसाब किताब ही दर्ज है। मृतक होशियार सिंह के परिजनों ने साफ तौर पर वन माफिया को संरक्षण देने व महकमें के अधिकारियों द्वारा वन रक्षक को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। मृतक के परिजनों का मानना है कि होशियार सुसाइड नहीं कर सकता तथा इस मामले का जल्द से जल्द पर्दाफाश होना चाहिए। वन रक्षक की मौत के मामले में पकड़े गए व्यक्तियों को जे.एम.आई.सी. कोर्ट करसोग में पेश किया गया जहां से उन्हें 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है, वहीं करसोग थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने काफी हद तक मामला सुलझा लिया है लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट व एफ.एस.एल. एक्सपर्ट की रिपोर्ट आने के बाद ही मामले का खुलासा हो पाएगा।  


3 दिनों में होगी विभागीय रिपोर्ट तैयार : डी.एफ.ओ.
वन रक्षक की मौत के मामले में विभागीय जांच कर रहे डी.एफ.ओ. करसोग राजकुमार शर्मा ने बताया कि 3 दिनों के भीतर रिपोर्ट तैयार कर वन महकमें के आला अधिकारियों को सौंप दी जाएगी। इसके अलावा इस मामले से जुड़े तमाम पहलुओं को बारीकी से खंगाला जाएगा। मामले को लेकर वन विभाग के वन रक्षकों व अन्य वन कर्मियों के अलावा स्थानीय लोगों से पूछताछ की जा रही है।


महोग के वन खंड अधिकारी सस्पैंड
करसोग की कतांडा बीट के वनरक्षक होशियार सिंह की मौत पर हिरासत में लिए गए महोग खंड के वन खंड अधिकारी को सस्पैंड कर दिया गया है। यह कार्रवाई आरोपी के 24 घंटे हिरासत में रखने के बाद वन विभाग के उच्चाधिकारियों ने अमल में लाई है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने उपरोक्त वन खंड अधिकारी को पूछताछ के लिए थाने बुलाया था, वहां उसे अभी तक हिरासत में ही रखा गया है। जानकारी के मुताबिक रविवार को आरोपी वन खंड अधिकारी को गिरफ्तार किया जा चुका है और उसे कोर्ट में पेश करने के बाद 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। उधर, विभाग की ओर से वन अरण्यपाल उपासना पटियाल का कहना है कि कोई भी कर्मचारी अगर गंभीर आरोप में 24 घंटे से अधिक पुलिस हिरासत में रहता है तो उसे विभाग निलंबित कर देता है। उन्होंने कहा कि उपरोक्त वन खंड अधिकारी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई है।