चिट्टा मामले में पुलिस के हाथ लगी बड़ी सफलता, विदेशी मूल का सरगना दिल्ली से गिरफ्तार

Wednesday, Nov 24, 2021 - 08:06 PM (IST)

बिलासपुर (बंशीधर): थाना शाहतलाई पुलिस ने चिट्टा मामले के मुख्य सरगना को दिल्ली से पकड़ने में सफलता हासिल की है। विदेशी मूल के किसी नशा तस्कर को पकड़ने का बिलासपुर में यह पहला मामला है। पुलिस द्वारा पकड़े गए सरगना की पहचान डैसमंड (24) निवासी नाइजीरिया के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी को गत 19 नवम्बर को कल्लर में 15 ग्राम चिट्टे के आरोप में पकड़े गए 2 स्थानीय आरोपियों की निशानदेही पर दिल्ली से गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार थाना पुलिस ने कल्लर में बाइक सवार 2 युवकों सचिन निवासी निचली भटेड़ व महेंद्र निवासी नगरांव को गिरफ्तार किया था। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में आरोपियों ने बताया था कि उन्होंने यह चिट्टा दिल्ली में डैसमंड से लिया था जोकि द्वारिका गेट दिल्ली में रहता है, जिस पर थाना प्रभारी कर्म सिंह ठाकुर ने 22 नवम्बर को मुख्य आरक्षी सुरेंद्र कुमार की अगुवाई में एक टीम गठित की और चिट्टे के आरोपियों सचिन व महेंद्र सिंह के साथ दिल्ली भेजा। पुलिस टीम ने एक सुनियोजित रणनीति के तहत आरोपियों की निशानदेही पर डैसमंड को गिरफ्तार किया।

हिमाचल में फैले नैटवर्क का पर्दाफाश होने की उम्मीद

थाना शाहतलाई पुलिस द्वारा चिट्टे के सरगना को पकड़ने के बाद पुलिस को उसके हिमाचल में फैले नैटवर्क का पर्दाफाश होने की उम्मीद जगी है। पुलिस द्वारा की गई अब तक की छानबीन में यह सामने आया है कि आरोपी डैसमंड इससे पहले भी चिट्टे के आरोप में कुल्लू में पकड़ा गया था तथा ओपन एयर जेल जबली-बिलासपुर में न्यायिक हिरासत में रह चुका है। यहीं पर मुख्य आरोपी की पहचान महेंद्र सिंह से हुई थी और इसी पहचान के आधार पर चिट्टा सप्लाई किया गया है। पुलिस की इस जांच से यह तो सामने आ चुका है कि आरोपी का हिमाचल में काफी नैटवर्क है। पुलिस आरोपी से इसी नैटवर्क का पता लगाने में जुटी है।

हिमाचल सहित अन्य राज्यों को भी नशा सप्लाई करता है आरोपी

आरोपी डैसमंड का पासपोर्ट 8 दिसम्बर, 2016 को जारी हुआ है तथा इसकी समाप्ति की अवधि 7 दिसम्बर, 2026 है तथा यह पासपोर्ट तंजानिया से जारी हुआ है। आरोपी का वीजा एक वर्ष के लिए बनाया गया है तथा यह 6 अक्तूबर, 2021 को जारी हुआ है तथा इसकी समाप्ति की अवधि 6 अक्तूबर, 2022 है। पुलिस आरोपी से यह भी जानने का प्रयास कर रही है कि वह चिट्टा कहां से लेता है तथा इसके सोर्स क्या हैं। पुलिस द्वारा की गई अब तक की छानबीन में यह सामने आया है कि आरोपी हिमाचल प्रदेश सहित अन्य राज्यों को भी नशा सप्लाई करता है।

पुलिस को मिल रहा लोगों का सहयोग

जानकारी के अनुसार नशे की जकड़ में आ चुकी युवा पीढ़ी को बचाने के लिए लोगों का काफी सहयोग मिल रहा है। इस मामले को लेकर एसपी बिलासपुर साजू राम राणा ने गत 20 नवम्बर को पुलिस लाइन बिलासपुर में व्यापार मंडल बिलासपुर, नगर परिषद बिलासपुर, सामाजिक संस्थाओं व टैक्सी ऑप्रेटरों के साथ एक बैठक की थी। एसपी ने इस दौरान लोगों से पुलिस को नशे के विरुद्ध सहयोग करने का आह्वान किया था तथा जिसका पुलिस को अच्छा रिस्पांस मिला है। पुलिस को अब तक 7 लोगों की इस बारे में शिकायतें मिल चुकी हैं।

बिलासपुर में नहीं कोई नशा मुक्ति केंद्र

जिले में कोई भी नशा मुक्ति केंद्र नहीं है। केवल क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में ऐसे रोगियों को देखने के लिए एक ओपीडी बनाई गई है, जहां पर संबंधित चिकित्सक द्वारा नशे के आदी लोगों की काऊंसलिंग की जाती है।

अब तक 33 आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार

जिले में पुलिस इस वर्ष अब तक 33 लोगों को नशे के अवैध कारोबार करने के आरोप में गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने इस अवधि के दौरान 1118 ग्राम चरस बरामद की है तथा इस मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया है तथा इसी अवधि के दौरान 176 ग्राम चिट्टा बरामद कर 15 लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि 172 ग्राम अफीम बरामद की है, जिसमें 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एसपी बिलासपुर साजू राम राणा ने बताया कि पुलिस नशा तस्करों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस को समाज का नशे के विरुद्ध काफी सहयोग मिल रहा है।

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Content Writer

Vijay