आईजीएमसी शिमला में 13 कंपनियों ने भरा सिक्योरिटी का टैंडर

Saturday, Jul 14, 2018 - 04:53 PM (IST)

शिमला (जस्टा)- आई.जी.एम.सी. शिमला में सिक्योरिटी गार्ड के टैंडर को लेकर प्रक्रियां जारी है। 13 कंपनियों ने सिक्योरिटी गार्ड के टैंडर भरे हैं। प्रशासन ने अभी तय नहीं किया है कि यह टैंडर किसे देना है। प्रशासन के अधिकारियों के बीच भी इस प्रक्रिया को लेकर मंथन चल रहा है। प्रशासन भी इस बात से हैरान है कि टैंडर लेने के लिए इतनी कंपनिया आगे कैसे आ गई। प्रशासन ने यह तो पहले ही तय किया है कि जो कंपनी कम रेट भरेंगी और आई.जी.एम.सी. में अच्छा काम करवाएगी उसे ही यह टैंडर देंगी, क्योंकि आई.जी.एम.सी. हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा अस्पताल है। यहां पर सैंकड़ों मरीज अपना उपचार करवाने आते हैं। ऐसे में दिन व रात के समय में यहां पर कोई न कोई विवाद पैदा हो जाता है। ऐसे में यहां पर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता होना जरूरी है। प्रशासन ऐसी कंपनी को देख रही है जो अस्पताल में किसी भी प्रकार की कोई अढ़चनें न आने दे और सुरक्षा गार्ड पूरी तरह से सतर्क रहे। 

 

पहले भी हो चुके हैं विवाद
अस्पताल में इससे पहले भी कई झगड़े सामने आए हैं। सुरक्षा गार्डो पर भी कई बार गाज गिर चुकी है। यहां पर सुरक्षा गार्ड का काम संभालना कमजोर कंपनी का काम नहीं है। ऐसी सिक्योरिटी ही आई.जी.एम.सी. में सफल होगी जो एकदम से अलर्ट हो। वर्तमान में आई.जी.एम.सी. और के.एन.एच. में 183 के करीब सिक्योरिटी गार्ड काम कर रहे है। ऐसे में सिक्योरिटी गार्ड की संख्या बढ़ाने व कम करने को लेकर भी प्रशासन के अधिकारियों के बीच मंथन चल रहा है। इसको लेकर अभी प्रशासन ने यह तय नहीं किया है। वहीं सेवाएं दे रहे सुरक्षा कर्मियों के बीच भी हलचल मच चुकी है। सुरक्षा गार्ड को भी डर ही सता रहा है कि अगर सुरक्षा कर्मियों की संख्या प्रशासन ने कम की तो कइयों की सेवाएं बंद हो जाएगी। सूत्रों के मुताबिक टैंडर जरूर दूसरे कंपनी को जाता है, लेकिन सुरक्षा कर्मी वहीं होते है।
 

kirti