जिंदगी की रफ्तार पर कोहरे का असर, बिगड़ने लगे हालात

Saturday, Dec 10, 2016 - 03:11 PM (IST)

मंडी: हिमाचल के मंडी जिला के मैदानी क्षेत्रों में कोहरे ने सुबह के वक्त लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। खासकर जिला के बल्ह में मंडी से लेकर सलापड़ तक करीब 50 कि.मी. के दायरे में एन.एच. पर विजिबिलिटी शून्य हो गई है। शाम 4 बजे के बाद पूरे इलाके में धुंध फैली होती है जिससे 4 कदम बाद कुछ दिखाई नहीं दे रहा है जिससे खासकर वाहन चालकों को ज्यादा परेशानी हो रही है क्योंकि चारों ओर कोहरे के चलते कुछ भी दिखाई न देने से दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। यही नहीं, सुबह 7 से 9 बजे के बीच स्कूल जाने वाले बच्चों को परेशानी हो रही है। बसों की रफ्तार कम होने से स्कूल तक पहुंचने में बच्चों को देरी हो रही है। हालांकि अभी इस क्षेत्र में कोई बड़ा हादसा इससे नहीं हुआ लेकिन रोजाना सुंदरनगर क्षेत्र में वाहनों के टकराने की घटनाएं सामने आ रही हैं। ऐसे में न तो अभी तक प्रशासन की ओर से कोई एडवाइजरी जारी की गई है और न ही स्कूल प्रबंधनों ने बस चालकों को आगाह किया है जबकि बच्चों के अभिभावक परेशान दिख रहे हैं। दोपहर 12 बजे तक भी बल्ह से धुंध नहीं हट रही है। 


स्कूल प्रबंधन और वाहन चालकों से अपील
पंजाब केसरी स्कूल प्रबंधन और वाहन चालकों से अपील करता है कि ऐसे में वाहन धीरे चलाएं और बच्चों को समय से पूर्व ही स्कूल बस में बैठाएं ताकि स्कूल सही वक्त पर पहुंचा जा सके। अगर कोई बस चालक तेजी से बस चलाता है तो उसे ऐसा करने से रोकें और पुलिस में शिकायत करें। 


नहरों के किनारे ज्यादा धुंध 
देखा गया है कि शुष्क मौसम के बाद नहरों के किनारे ज्यादा धुंध छा रही है। पंडोह डैम से ब्यास का पानी बग्गी तक टनल से जाता है जबकि वहां से आगे सुंदरनगर तक नहर जाती है जिससे यहां इस इलाके में सुबह 4 से दोपहर 12 बजे तक धुंध फैली रहती है जबकि नेरचौक से मंडी की ओर सुकेती नदी के किनारे एन.एच. पर भी धुंध का व्यापक असर दिखाई देता है।


यहां आ रही सबसे ज्यादा दिक्कत   
जिला के बल्ह में मंडी से लेकर सुंदरनगर तक सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है। यहां नागचला से डडौर तक फोरलेन पर वाहन चलाने की अनुमति दी गई है, जहां चारों ओर धुंध के चलते वाहनों के टकराने की आशंकाएं बनी हुई हैं। हालांकि डर के मारे सभी चालक यहां आराम से वाहन चला रहे हैं लेकिन आगे कुछ भी दिखाई न देने से दिन में ही लाइटें जलाकर चलना पड़ रहा है।