बाढ़ ने बर्बाद किया बैंक, मलबे में दबी लाखों की नकदी, जानिए ज्वैलरी का सच?

punjabkesari.in Wednesday, Jul 09, 2025 - 04:04 PM (IST)

हिमाचल डेस्क। मंडी जिले के थुनाग उपमंडल में 30 जून की रात बादल फटने से आई विनाशकारी बाढ़ ने पूरे इलाके में भारी तबाही मचाई है। इस बाढ़ से जहाँ लोगों के घर, गौशालाएँ, खेत और बाग-बगीचे बर्बाद हो गए, वहीं सरकारी दफ्तर और कई संस्थान भी इसकी चपेट में आ गए हैं।

बैंक को भारी नुकसान, कैश सुरक्षित

थुनाग बाजार में स्थित हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक की शाखा को भी इस बाढ़ से भारी नुकसान हुआ है। बैंक की निचली मंजिल में पानी और मलबा भर गया, जिससे वहाँ रखा कैश, रिकॉर्ड और अन्य सामान मलबे में दब गया है। ऊपरी मंजिल में भी पानी घुसने से लाखों रुपए की नकदी और महत्वपूर्ण दस्तावेजों को नुकसान पहुँचा है।

स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि यह बैंक उनके दैनिक लेन-देन के लिए बहुत महत्वपूर्ण था। कई ठेकेदारों और स्थानीय लोगों के खाते इसी शाखा में होने के कारण उन्हें काफी परेशानी हो रही है। हालांकि, राज्य सहकारी बैंक के असिस्टेंट जनरल मैनेजर पंकज शर्मा ने खाताधारकों को आश्वस्त किया है कि घबराने की कोई बात नहीं है। उन्होंने बताया कि बैंक की तिजोरी में रखा लगभग 39 लाख रुपये की नकदी पूरी तरह से सुरक्षित है, भले ही तिजोरी मलबे की जद में हो।

लॉकर की सुविधा नहीं, अफवाहें गलत

हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के निदेशक केशव नायक ने उन अफवाहों का खंडन किया है जिनमें कहा जा रहा था कि बैंक में रखी ज्वैलरी भी खराब हो गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि थुनाग शाखा में लॉकर की सुविधा उपलब्ध नहीं है, इसलिए ज्वैलरी खराब होने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने बताया कि बाढ़ से नकदी और कागजात ज़रूर खराब हुए हैं, लेकिन ज्वैलरी को नुकसान पहुँचने की बात गलत है।

तीन दशक पुराना बैंक, जल्द होगा बहाल

केशव नायक ने बताया कि थुनाग की यह शाखा पिछले तीस वर्षों से इस क्षेत्र में लोगों के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। बैंक की निचली मंजिल में पानी भरने से इसके दो शटर भी टूट गए हैं, जिसके कारण बैंक फिलहाल बंद है। हालांकि, उन्होंने भरोसा दिलाया है कि जैसे ही थुनाग के लिए यातायात व्यवस्था बहाल होगी, बैंक फिर से काम करना शुरू कर देगा।

ग्राहकों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था

ग्राहकों की सुविधा सुनिश्चित करने और उन्हें पैसों को लेकर किसी भी परेशानी से बचाने के लिए बैंक ने वैकल्पिक व्यवस्था की है। बगश्याड शाखा में एक करोड़ रुपये नकद उपलब्ध कराए गए हैं। इसके साथ ही, केलोधार में भी एक अस्थायी काउंटर (एक्सटेंशन काउंटर) खोला गया है, जहाँ से लोग अपना पैसा निकाल सकते हैं। केशव नायक ने बताया कि जब तक थुनाग शाखा को दोबारा सुचारू नहीं किया जाता, तब तक इन वैकल्पिक व्यवस्थाओं से ग्राहकों को सुविधा मिलेगी।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Jyoti M

Related News