हिमाचल पहुंची अयोध्या मंदिर निर्माण मामले की आंच, भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने

Wednesday, Dec 06, 2017 - 11:22 PM (IST)

शिमला/बिलासपुर: अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि के स्थान पर मंदिर बनाने को लेकर हिमाचल प्रदेश में भी सियासत गरमा गई है। भाजपा ने इस मामले पर सीधे तौर पर कांग्रेस पर मंदिर निर्माण कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया है। इसके विपरीत कांग्रेस ने भाजपा पर मंदिर-मस्जिद के नाम पर सियासत करने का आरोप लगाया है। हिमाचल प्रदेश भाजपा प्रवक्ता महेंद्र धर्माणी का आरोप है कि देश की सर्वोच्च अदालत में श्रीराम जन्मभूमि मामले की सुनवाई के दौरान कपिल सिब्बल की दलील से कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि कपिल सिब्बल का यह कहना कि इस मामले की सुनवाई जुलाई, 2019 यानि लोकसभा चुनाव तक टाली जानी चाहिए, मंदिर निर्माण में बाधा डालने का प्रयास है। 

राहुल गांधी सच्चा हिन्दू साबित करने को मंदिरों के काट रहे चक्कर 
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गुजरात में मंदिरों के चक्कर काट रहे राहुल गांधी अपने आपको सच्चा हिन्दू साबित करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि देश की जनता चाहती है कि श्रीराम मंदिर मामले की सुनवाई जल्दी करके सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला जल्द दे ताकि करोड़ों देशवासियों की आस्था को ध्यान में रखकर मंदिर निर्माण शीघ्र हो सके। उन्होंने कहा कि इसका वर्ष 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि देश की जनता चाहती है कि अयोध्या में श्रीमराम मंदिर का निर्माण हो। 

कांग्रेस ने कभी भी धर्म को राजनीति से नहीं जोड़ा : चौहान
उधर, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के अध्यक्ष एवं प्रदेश महामंत्री नरेश चौहान ने कांग्रेस पर मंदिर-मस्जिद के नाम पर सियासत करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम भाजपा के नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी धर्म को राजनीति से नहीं जोड़ा है। उन्होंने भाजपा पर लोगों की धार्मिक आस्था से खेलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जहां तक कपिल सिब्बल का प्रश्न है तो वे वरिष्ठ अधिवक्ता हैं और उनकी तरफ से दी गई दलील का अपना लीगल प्वाइंट होगा। उन्होंने कहा कि सबकी आस्था मंदिर निर्माण में है और इस पर सियासत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी धर्म और क्षेत्रवाद के नाम पर सियासत नहीं की।