वजन घटाने गई थी जिम, बन गई हिमाचल की पहली महिला फिटनैस मॉडल

Tuesday, Oct 29, 2019 - 11:10 PM (IST)

हमीरपुर: इंसान की शारीरिक संरचना एक जैसी नहीं होती। रंग-रूप सब अलग है। कोई पतला तो कोई मोटा है तो कोई लंबा और कोई नाटा। कोई काला है तो कोई गोरा या सांवला। इसी कारण कई लोग अपनी शारीरिक संरचना को लेकर अक्सर अवसाद में भी चले जाते हैं। ऐसे लोगों के लिए वजन कम करने से लेकर एक सफल फिटनैस मॉडल (एथलीट) बनने तक जोगिंद्रनगर निवासी राधिका के सफर की कहानी एक मिसाल ही नहीं, प्रेरणास्रोत भी है। राधिका हिमाचल से पहली महिला हैं जोकि बॉडी बिल्डिंग की राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धाओं में फिटनैस मॉडल के तौर पर भाग ले रही हैं।

जिम से दूसरी महिलाओं के लिए उम्मीद की किरण लेकर लौटीं राधिका

यह भी संयोग ही है कि पति के व्यवसाय में हाथ बंटाने वाली राधिका जिम केवल अपना वजन घटाने गई थीं लेकिन लौटीं दूसरी महिलाओं के लिए भी एक उम्मीद की किरण लेकर। सबसे पहला ब्रेक इन्हें फरवरी, 2019 को मुम्बई में बॉस क्लासिक-19 इवैंट के ग्रांड फिनाले व लुधियाना में अवॉन फिटनैस कप-19 में पदार्पण कर राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में फिटनैस मॉडल के रूप में भाग लेने से मिला। उसके बाद वह कामयाबी की सीढिय़ां चढ़ती गईं।

8 प्रतियोगिताओं में बेहतरीन प्रदर्शन है राधिका के नाम

नैशनल लेवल पर डब्ल्यूबीबीएफ मिसेज इंडिया-19 प्रतियोगिता में राधिका ने प्रथम स्थान हासिल कर एमैच्योर एंड प्रो वल्र्ड ग्रांड में सीधी एंट्री पाई। उसके बाद दिल्ली में आयोजित आईबीएफएफ-19 में बिकनी मॉडल के रूप में प्रथम स्थान, एनबीबीयूआई-19 में फस्र्ट रनरअप का खिताब तथा हाल ही में चेन्नई में संपन्न एनबीबीयूआई इंटरनैशनल-19 में तीसरा स्थान हासिल किया है। अब राधिका आईएफबीबी प्रो-क्वालीफायर मेंं बेहतरीन प्रदर्शन के लिए जिम में पसीना बहा रही हैं।

यूं हुआ फिटनैस मॉडल बनने का सपना साकार

स्वाभिमान खेल रत्न अवार्ड से सम्मानित राधिका ने अपना वजन कम करने को जिम ज्वाइन किया था। जोगिंद्रनगर निवासी राधिका सूद अपने कस्बे की पहली महिला थी जोकि अकेले सुबह 4 बजे ही जिम करने जाती थीं। जिम में एक साल तक फैट कम करने के बाद राधिका का वजन जब 64 से 46 किलो हुआ तो राधिका ने इसमें अपना ज्यादा ध्यान देना शुरू किया। उसके बाद अपने शरीर को एक सही आकार देने के उद्देश्य से उन्होंने 3 साल तक लिटल मस्सल गेमएलो फैट पर्सैंटेज, बॉडी स्ट्रैंथ व फिट हैल्थ बॉडी जैसी मस्सल व वेट ट्रेनिंग की। जब बॉडी आकार में आई तो उसके बाद उनका नया सफर शुरू हुआ।

सफल गृहिणी भी हैं राधिका

अपने करियर को उड़ान देने के साथ राधिका सफल गृहिणी भी हैं। उनका एक बेटा व एक बेटी है। जमा-1 में पढ़ रहा बेटा संचय सूद एक बेहतरीन ट्रिक मास्टर भी है, जिसको लेकर उसने एक यू-ट्यूब चैनल भी चलाया है। वहीं बेटी सांची कॉलेज से बीसीए में टॉप करने वालीप्रदेश की पहली छात्रा है। इसी उपलब्धि को लेकर हिमोत्कर्ष साहित्य संस्कृति एवं जनकल्याण परिषद द्वारा ऊना में उन्हें सम्मानित किया गया है।

सच में हमसाया बने समीर : राधिका

छोटे से शहर की रहने वाली राधिका के इस सफर में रिश्तेदार व समाज एक मुख्य चुनौती बनकर सामने आए। तब राधिका के पति समीर सूद ने उनकी हौसलाअफजाई की। राधिका बताती हैं कि जब उन्होंने उम्र ज्यादा होने के कारण ऐसी स्पर्धाओं में भाग लेने से मना किया तो पति ने कहा कि वह पूरा साथ देंगे। अब अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं में देश व प्रदेश का नाम रोशन करने का राधिका का सपना है।

उम्र तो महज एक नंबर, अपनी पहचान बनाने को किया प्रेरित : समीर

समीर का कहना है कि उम्र तो महज एक नंबर है। एक औरत की जिंदगी के नाम के आगे से उसके पति का उपनाम या बच्चों का नाम मिटा दिया जाए तो उसकी अपनी पहचान क्या है। इसी पहचान को बनाने के लिए उन्होंने राधिका को इस ओर प्रेरित किया। उनका कहना है कि अभी हमारे देश में एथलीट कैटेगरी में बॉडी बिल्डिंग को एक खेल के रूप में नहीं देखा जाता, जबकि इस खेल को हैल्दी लाइफ स्टाइल के रूप में लेना चाहिए।

Vijay