देवभूमि में पहली बार हुआ था कार्यक्रम का आयोजन, लिम्का बुक में बनाया अनोखा World Record

Wednesday, Feb 22, 2017 - 09:52 AM (IST)

मंडी:अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव 2016 में पहली बार आयोजित देव ध्वनि कार्यक्रम लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड्स के नैशनल रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है। अपनी तरह के इस पहले आयोजन को अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि उत्सव कमेटी नैशनल रिकॉर्ड बनाने में कामयाब हुई है जिसकी पुष्टि डी.सी. मंडी संदप कदम ने मंगलवार सुबह की है, जो इस अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि उत्सव कमेटी के अध्यक्ष भी हैं। बता दें कि गत वर्ष हुए बजंत्रियों के आयोजन में एक साथ 1806 प्रतिभागी देवलुओं ने अपने-अपने पारम्परिक वाद्ययंत्रों के साथ सामूहिक रूप से देवधुन बजाई थी और इस आयोजन के मुख्यातिथि हिमाचल हाईकोर्ट के न्यायाधीश सुरेश्वर ठाकुर थे।

10 मार्च को हुआ था आयोजन
यह आयोजन अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि के दौरान 10 मार्च को हुआ था, जिसमें मंडी जिला के 3 विधानसभा क्षेत्रों से आए 216 देवी-देवताओं के बजंत्रियों ने सामूहिक देवधुन बजाई थी। इस बार फिर रिकॉर्ड तोड़ने को आयोजन किया जा रहा है जो 26 फरवरी को पड्डल में ही होगा। इस आयोजन में अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि उत्सव कमेटी प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह सहित पूरी कैबिनेट को निमंत्रण देने जा रही है। 

डी.सी. के प्रयासों से बढ़ा मंडी का मान
अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि उत्सव कमेटी की इस उपलब्धि के लिए डी.सी. संदीप कदम बधाई के पात्र हैं, जिन्होंने अपने कठिन परिश्रम से जिले और देव संस्कृति को देशभर में नई पहचान दिलाई है। इसके अलावा विदेशों में भी गत वर्ष उत्सव यू ट्यूब व वैबसाइट पर ऑनलाइन देखा गया। सर्व देवी-देवता कारदार संघ के अध्यक्ष शिवपाल शर्मा ने डी.सी. और कमेटी को बधाई देते हुए कहा कि डी.सी. संदीप कदम के प्रयासों से जिले में देव संस्कृति को बढ़ावा मिला है और मेले का निमंत्रण पत्र भी मंडयाली में छापने से मंडी का मान बढ़ा है।