विक्रमादित्य सिंह के खिलाफ बालूगंज थाने में FIR दर्ज, जानिए क्या है मामला

Tuesday, Sep 25, 2018 - 11:44 AM (IST)

शिमला (राक्टा): पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र एवं विधायक विक्रमादित्य सिंह के खिलाफ बालूगंज थाने में एफ.आई.आर. दर्ज की गई है। यह एफ.आई.आर. टुटू के समीप नैशनल हाईवे पर 20 मिनट तक चक्का जाम किए जाने के आरोप में दर्ज हुई है। एफ.आई.आर. में विधायक के साथ ब्लॉक कांग्रेस कमेटी शिमला ग्रामीण के अध्यक्ष गोपाल शर्मा, युवा कांग्र्रेस शिमला ग्रामीण के अध्यक्ष अमित कोहली, दिवाकर दत्त शर्मा, विनू मेहता सहित अन्यों को भी नामजद किया गया है। उल्लेखनीय है कि डिग्री कॉलेज पवाबो को बंद किए जाने के विरोध में विधायक विक्रमादित्य सिंह के नेतृत्व में सोमवार को स्थानीय लोगों, पार्टी कार्यकर्ताओं और कॉलेज बचाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों ने ट्रक यूनियन टुटू के समीप धरने-प्रदर्शन का आयोजन किया। 

पूर्व वीरभद्र सिंह सरकार में ग्राम पंचायत चनोग के तहत स्वीकृत किए गए डिग्री कॉलेज पवाबो की अधिसूचना रद्द किए जाने पर गुस्साए कार्यकर्ताओं ने चक्का जाम करते हुए सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। इसके चलते काफी समय तक एन.एच. पर यातायात ठप्प रहा। मामले की जांच जतोग चौकी के हैडकांस्टेबल सुरेश कुमार द्वारा अमल में लाई जा रही है। आई.पी.सी. की धारा 341, 143 के तहत मामला दर्ज किया गया है। वर्तमान सरकार ने सत्ता में आते ही उन कालेजों की समीक्षा की जो पूर्व सरकार में स्वीकृत हुए थे, जहां पर कक्षाएं शुरू नहीं हुईं तथा बच्चों ने प्रवेश नहीं लिया है। इसके बाद जब रिपोर्ट आई तो कुछ कॉलेज को बंद करने का फैसला लिया गया। इनमें पवाबो कालेज भी शामिल है, जिसका बंद किए जाने का अब विरोध शुरू हो गया है।

शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका, किया चक्का जाम
पवाबो कॉलेज की अधिसूचना रद्द किए जाने पर विक्रमादित्य सिंह के नेतृत्व में कालेज बचाओ संघर्ष समिति ने सोमवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे सरकार के खिलाफ धरने-प्रदर्शन का आयोजन किया और चक्का जाम कर दिया। इस दौरान गुस्साए लोगों ने शिक्षा मंत्री का पुतला भी फूंका। बारिश के बीच स्थानीय लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान विक्रमादित्य सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार राजनीतिक द्वेष की भावना से शिक्षण संस्थानों को बंद करने का निर्णय ले रही है। उन्होंने कहा कि सरकार जिस तरह के निर्णय ले रही है, उससे उसकी कथनी और करनी साफ झलकती है।

न्याय के लिए जाएंगे हाईकोर्ट 
राजकीय महाविद्यालय पवाबो को बंद करने पर स्थानीय जनता मुखर हो गई है। विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि किसी भी सरकार का कार्य पूर्व सरकार द्वारा किए विकास के कार्य को आगे ले जाना होता है, न कि उन्हें बंद करना। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की इस जन विरोधी नीति के खिलाफ कालेज बचाओ संघर्ष समिति जल्द ही हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी। सिंह ने कहा कि पूर्व सी.एम. वीरभद्र सिंह ने स्थानीय लोगों की मांग पर ही डिग्री कालेज स्वीकृत किया था, जिसे प्रदेश की वर्तमान सरकार ने बंद करने संबंधी अधिसूचना जारी कर दी है। उन्होंने कहा कि शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में कालेज बंद किए के निर्णय से यहां की जनता में खासा रोष है। ऐसे में सरकार को चाहिए कि वह अपने निर्णय पर पुनर्विचार करे।

Ekta