टांडा अस्पताल में डॉक्टर और रोगी के बेटे के बीच चले थप्पड़, पढ़ें क्या है मामला

Wednesday, Feb 19, 2020 - 09:43 PM (IST)

कांगड़ा (ब्यूरो): डॉ. राजेंद्र प्रसाद मैडीकल कालेज टांडा के ऑर्थो विभाग के पुरुष वार्ड में उस समय माहौल गर्मा गया, जब थप्पड़ों की आवाज से पूरा वार्ड गूंजने लगा। देहरा के निकटवर्ती गांव का निवासी अमी चंद (70) जोकि ऑर्थो विभाग के बैड नंबर-9 पर उपचाराधीन है, दुर्घटना के कारण उसकी टांग व गर्दन में चोटें आई हैं। इसके लिए टांडा में उसका शनिवार को पहला व मंगलवार को दूसरा ऑप्रेशन हुआ है।

ऑप्रेशन के बाद एक पीजी डॉक्टर द्वारा उसकी मरहमपट्टी की जा रही थी तो इस दौरान रोगी को दर्द होने के कारण वह डॉक्टर के हाथ को बार-बार पीछे हटा रहा था। इस पर डॉक्टर ने उसको थप्पड़ जड़ दिया। इसे रोगी का बेटा बर्दाश्त नहीं कर सका और उसने डॉक्टर को भी थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद डॉक्टर ने भी रोगी के बेटे को थप्पड़ मार दिया। इस पर डॉक्टर के साथ रोगी की पट्टी करने में मदद कर रहा वार्ड ब्वाय रोगी के तीमारदारों से उलझ पड़ा।

ऐसा माहौल वार्ड में उत्पन्न होते ही सुरक्षा कर्मी ने अन्य वार्डों से सुरक्षा कर्मी बुलाए, जिस पर उन्होंने इस लड़ाई को शांत किया। साथ वाले बैड नंबर-11 के रोगी अमित कुमार निवासी थुरल का कहना है कि डॉक्टर ने रोगी और तीमारदार व डॉक्टर ने एक-दूसरे को थप्पड़ जड़ दिए। उनका कहना है कि जिस तरह रोगी के लिए डॉक्टर भगवान होता है, उसी तरह डॉक्टर को भी रोगी के इलाज में ऐसा ही व्यवहार करना चाहिए।

इसी प्रकार रोगी के एक अन्य तीमारदार सुशील कुमार का कहना है कि डाक्टर को ऐसा हरगिज नहीं करना चाहिए। इस संबंध में टांडा के एमएस डॉ. सुरेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने सुरक्षा कर्मी को बुलाकर पूरी जानकारी ली तथा मामले की छानबीन करने के आदेश दिए हैं। इसी प्रकार ऑर्थो विभाग के एचओडी एवं कॉलेज के प्रधान डॉ. भानु अवस्थी से बात की तो उन्होंने बताया कि उन्हें इस बात की कोई भी जानकारी नहीं है।

Vijay