चम्बा में HRTC व निजी बस के परिचालकाें में जमकर चले लात-घूंसे, 3 घायल

Friday, Jan 22, 2021 - 06:45 PM (IST)

चम्बा (काकू चौहान): नए बस अड्डा चम्बा में समयसारिणी को लेकर परिवहन निगम व निजी बस परिचालक उलझ पड़े। विवाद इतना बढ़ गया कि हाथापाई शुरू हो गई। इसके बाद खूब लात-घूंसे चले। मारपीट में 3 लोगों को चोटें आई हैं। दोनों पक्षों की शिकायत पर पुलिस ने मुकद्दमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच चल रही है। शुक्रवार को दोपहर के समय बस अड्डे पर एक निजी बस चालक व परिचालक में बस की समयसारिणी को लेकर कहासुनी हो गई। निजी बस परिचालक ने परिवहन निगम के परिचालक को समयसारिणी के अनुसार रूट पर चलने को कहा। इस पर दोनों उलझ गए और मारपीट शुरू हो गई।

दोनों पक्षों में काफी देर तक चलते रहे लात-घूंसे

यह देखकर बस अड्डे पर खड़े अन्य चालक व परिचालक मौके  पर पहुंच गए और बीच-बचाव करने का प्रयास किया लेकिन मामला नहीं सुलझा। काफी देर तक दोनों पक्षों में लात-घूंसे चलते रहे। इससे बस अड्डे पर खड़े यात्रियों को भी मुश्किलें उठानी पड़ीं। विवाद बढ़ता देख परिवहन निगम को पुलिस बुलानी पड़ी। सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और मामले को शांत किया। इसके बाद दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए गए। पुलिस ने मेडिकल करवाने के बाद मुकद्दमा दर्ज कर लिया है तथा मामले में आगामी कार्रवाई जारी है।

बीच-बचाव करने आए अड्डा इंचार्ज के साथ किया अभद्र व्यवहार

परिवहन निगम के आरएम राजन जम्वाल ने कहा कि मारपीट में परिवहन निगम के 2 परिचालकों को चोटें आई हैं। पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी गई है, वहीं उनका मेडिकल भी करवाया गया है। उन्होंने बताया कि मारपीट पहले निजी बस परिचालक ने शुरू की, वहीं बीच-बचाव के लिए पहुंचे अड्डा इंचार्ज के साथ भी अभद्र व्यवहार किया गया। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम का परिचालक यात्रियों को बस में बिठाने के लिए आवाजें लगा रहा था तो निजी बस परिचालक वहां पहुंचा और उसे आवाजें न लगाने को कहा। इस पर विवाद शुरू हो गया और मारपीट पर उतारू हो गए। मौके पर पहुंचे अड्डा इंचार्ज के साथ भी हाथापाई की गई।

बस अड्डे के गेट को कर दिया बंद

मारपीट के बाद निजी बस ऑप्रेटर्ज ने बस अड्डे के गेट को बंद कर दिया और बसें आड़ी-तिरछी लगा दीं। इससे बसें निर्धारित समय पर रूटों के लिए रवाना नहीं हो सकीं। इस कारण यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने में काफी परेशानी उठानी पड़ी। यात्री गेट खुलने का इंतजार करते रहे लेकिन आधे घंटे से ज्यादा समय तक गेट बंद रहा और कोई भी बस अड्डे से नहीं निकल पाई।

गाली-गलौच करते हैं निजी बस ऑप्रेटर : आरएम

आरएम राजन जम्वाल का कहना है कि निजी बस संचालकों का भरपूर सहयोग किया जा रहा है। निजी बसें सुबह 10 बजे ही बस अड्डे में खड़ी हो जाती हैं लेकिन उन्हें कभी बसें खड़ी करने से नहीं रोका गया। इसके बावजूद निजी बस ऑप्रेटर गाली-गलौच पर उतारू हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि डीसी दुनी चंद राणा से मुलाकात कर समस्या बारे अवगत करवाया जाएगा और उचित कार्रवाई की अपील की जाएगी।

क्या कहते हैं निजी बस ऑप्रेटर यूनियन के अध्यक्ष

निजी बस ऑप्रेटर यूनियन के अध्यक्ष रवि महाजन ने कहा कि परिवहन निगम के परिचालक दादागिरी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि रूटों को क्लब करके दूसरे रूट की गाड़ी भेजी जा रही है। इससे निजी बस संचालकों को नुक्सान हो रहा है। उन्होंने कहा कि 15 मिनट के भीतर एक ही रूट पर 2-2 बसें चलाई जा रही हैं। आपत्ति जताने पर निजी बस परिचालक को अंदर ले गए और उसके साथ मारपीट की। इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी है। उन्होंने कहा कि यह बस अड्डा सिर्फ परिवहन निगम का ही नहीं है। निजी बस संचालकों को भी बराबर अधिकार है लेकिन निगम प्रबंधन चाहता है कि यहां एक भी निजी बस खड़ी न हो। वे बस अड्डे पर मालिकाना हक जता रहे हैं। यह बर्दाश्त नहीं होगा। उन्होंने जिला प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग की है।

क्या बोले वरिष्ठ नागरिक फोरम के जिलाध्यक्ष

वरिष्ठ नागरिक फोरम के जिलाध्यक्ष पीसी ओबरॉय ने कहा कि समयसारिणी के अनुसार ही बसों को चलाया जाना चाहिए तभी यह विवाद खत्म होगा। अड्डा इंचार्ज समयसारिणी का पालन करवाएं। निर्धारित समय पर बसों को रूटों पर भेजने की व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि कुछ रूटों की समयसारिणी स्पष्ट नहीं है। इसके चलते भी विवाद होता है। 5-5 मिनट के भीतर बसें रूटों पर चला दी जाती हैं। कम से कम 15 मिनट का अंतर होना चाहिए।

क्या कहते हैं यात्री

यात्रियों अक्षित कुमार, विजय, रूप सिंह, अशविंद्र कुमार, रवि, अनीता, प्रीति, सुमन व अंशिता का कहना है कि यह रोज का काम हो गया है। आए दिन चालक-परिचालक समयसारिणी को लेकर उलझते रहते हैं। इसका खमियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ता है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को हुए विवाद के चलते वे समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पाए। इसके कारण उन्हें काफी मुश्किलें उठानी पड़ीं। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि समयसारिणी को लेकर उपज रहे विवाद पर कड़ा संज्ञान लिया जाए और इस समस्या का स्थायी समाधान करवाया जाए, साथ ही अगर कोई बेवजह विवाद खड़ा करते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए।

Vijay