JP Nadda के गृह जिला का हाल, एक महिला डॉक्टर के हवाले 4 लाख की आबादी

Sunday, Jul 21, 2019 - 04:00 PM (IST)

बिलासपुर (मुकेश): जिला बिलासपुर में 4 लाख की आबादी मात्र एक महिला डॉक्टर के हवाले है। भाजपा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के गृह जिला में स्थित क्षत्रीय अस्पताल में प्रसूती महिला डॉक्टर के उपलब्ध न होने से गर्भवती महिलाओं को मुश्किलों का करना पड़ रहा है। महिलाओं ने बताया कि पहले अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को दाखिल कर लिया जाता है और डिलीवरी के समय अन्य अस्पतालों के लिए रैफर कर दिया जाता है, जिस कारण लोगों को निजी अस्पतालों की ओर विवशता के कारण रुख करना पड़ता है।

निजी अस्पतालों में वसूले जाते हैं 30 से 35 हजार रुपए

निजी अस्पतालों में कोई भी डिलीवरी समान्य ढंग की अपेक्षा ऑप्रेशन से करवाई जाती है। निजी अस्पताल वाले डिलीवरी का बिल 30 से 35 हजार रुपए वसूल रहे हैं। वर्तमान समय में  निर्धन श्रेणी से संबंधित लोगों को कर्ज लेकर निजी अस्पतालों में  प्रसव यानि डिलीवरी करवाने जाना पड़ रहा है। क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में लेडीज स्पैशलिस्ट डॉक्टरों की अनुपस्थिति में मां के गर्भ में कई बच्चे अपना दम तोड़ चुके हैं। इसके अलावा समय पर उपचार न मिलने के चलते गर्भवती महिलाएं भी मृत्यु को प्राप्त हो चुकी हैं।

लेडीज स्पैशलिस्ट डॉक्टरों की मांग उठाई

क्षेत्रीय अस्पताल के प्रभारी डॉ. राजेश आहलूवालिया ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला बिलासपुर में वर्तमान समय में एक ही लेडिज डॉक्टर उपलब्ध है। एफ.आर.यू. या सी.एच.सी. लेवल के किसी भी अस्पताल में लेडीज स्पैशलिस्ट डॉक्टर उपलब्ध नहीं है। जब क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में कार्यरत लेडीज स्पैशलिस्ट डॉक्टर अपने निजी कार्य से अवकाश पर जाती है तो महिलाओं को परेशानी उठाने पड़ती है। इस संदर्भ में उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को अवगत करवाकर और लेडीज स्पैशलिस्ट डॉक्टरों की मांग उठाई है।

Vijay